इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकायुक्त पुलिस ने इंदौर नगर निगम के एक बेलदार (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) के घर सोमवार सुबह छापा मारकर करोड़ों की संपत्ति का पर्दाफाश किया। बेलदार का वेतन महज 18 हजार रुपये महीना है। उसका अब तक का कुल वेतन ही करीब 18 लाख रुपये होता है, लेकिन उसके घर से 25 लाख रुपये नकद और करोड़ों की संपत्ति मिली। इनमें एक किलो से अधिक वजनी सोने की ईट और एक किलो सोने के जेवर भी हैं।
लोकायुक्त एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि शिकायत मिली थी कि अशोका कॉलोनी में रहने वाले असलम खान ने नगर निगम में बेलदार के पद पर रहते हुए करोड़ों की अवैध संपत्ति जुटा ली है। इसके बाद जब कार्रवाई की गई तो छापे में घर से करोड़ों की संपत्ति सहित कई गहने, प्रॉपर्टी के दस्तावेज और ऊंची कीमतों के बकरे मिले।

अधिकारियों के मुताबिक असलम के अशोका कॉलोनी में चार मकान हैं, जिसमें उसके भाई भी रहते हैं। उसका एक भाई इकबाल निगम में ही चीफ सैनिटरी इंजीनियर है। दूसरा भाई एजाज ठेकेदार है। उसकी संपत्ति परिजन के नाम पर भी है। उसकी एक बेटी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है, जबकि दो बेटियां स्कूल में अध्ययनरत हैं।
अधिकारियों के मुताबिक असलम के यहां मिले दस्तावेजों में उसके बिल्डरों से संबध होने के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। उसने बिल्डिंग की परमीशन दिलवाने के नाम पर जमकर पैसा कमाया। 1998 में नौकरी में आए असलम का शुरुआती वेतन महज तीन हजार रुपये था। ऐश-ओ-आराम के शौकीन असलम ने अपने घर की ऊपरी मंजिल पर एक होम थिएटर भी बना रखा है।