भारत का गौरव बढ़ा जानिए , बाइडन की जीत के पीछे किन भारतवंसियों का है बड़ा हाथ
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। अमेरिका में हर क्षेत्र में भारतवंसियों का डंका बजा है। फिर चाहे अमेरिकी राजनीति और प्रशासन का क्षेत्र क्यों न हो। अमेरिकी राजनीति में भारतवंसियों की प्रभावशाली भूमिका रही है। अमेरिका में चाहे किसी भी राजनीतिक दल का राष्ट्रपति हो भारतीयों ने अपनी क्षमता और कौशल का लोहा मनवाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन की जीत में भारतवंसियों ने बड़ी अहम भूमिका निभाई है। इसलिए यह कयास लगाया जा रहा है कि बाइडन की टीम में भारतवंशियों की अहम भूमिका होगी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम में भी कई भारतवंशी प्रमुख भूमिका में रहे हैं। आइए जानते हैं कि इस बार किन भारतवंसियों ने बाइडन के चुनावी कैंपेन में अहम भूमिका निभाई है। बाइडन प्रशासन में उनको मिल सकती है अहम जिम्मेदारी।

बाइडन प्रशासन में डॉ. विवेक बन सकते हैं हेल्थ सिक्रेटरी
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पब्लिक हेल्थ और कोरोना वायरस महामारी पर विवेक मूर्ति बाइडन के टॉप एडवाइजर्स थे। चुनावी कैंपेन के दौरान विवेक मूर्ति लगातार बाइडन को ब्रीफ करते थे। इसके अलावा उच्च अधिकारियों के साथ मिलकर वह सुरक्षित कैंपेन इवेंट कराने में मदद करते थे। बाइडन कई बार विवेक की सार्वजनिक तारीफ कर चुके हैं। इसलिए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बाइडन प्रशासन में वह हेल्थ सिक्रेटरी बन सकते हैं। कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले डॉ विवेक मूर्ति का जन्म 10 जुलाई,1977 को इंग्लैंड में हुआ था। बाल्यावस्था में उनके परिजन इंग्लैंड से अमेरिका आ गया। विवेक पेशे से डॉक्टर हैं। डॉ. विवेक अमेरिका के 19वें जनरल सर्जन थे। 2014 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें अमेरिका के टॉप डॉक्टर के पद पर बिठाया था। इस पद पर पहुंचने वाले विवेक सबसे कम उम्र के पहले भारतीय अमेरिकी शख्स थे। उस वक्त उनकी उम्र 37 साल की थी। डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें पद से हटा दिया था।