जालौन में रेलवे माल गोदाम पर रेल प्रसाशन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां सरकारी कोटे पर बटने वाली चावल की रैक को यूरिया व सीमेंट से पटे ट्रैक पर ही उतरवाना शुरू कर दिया। ऐसे में अगर चावल के साथ यदि यूरिया का मिश्रण हो गया तो कोई बड़ी अनहोनी भी हो सकती है। वहीं मामले को लेकर रेल प्रसासन के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आए।
बतादें कि सरकारी राशन की दुकानों पर बंटने वाले चावल से लदी मालगाड़ी रविवार की रात उरई रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। जिसे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर तीन से सटे ट्रैक पर रोका गया। चावल की इस रैक को कच्चे रास्ते पर उतारा जाना था। लेकिन वहां पहले से ही यूरिया व सीमेंट की खेप रखी हुई थी। जहां सोमवार को यूरिया व सीमेंट के ट्रैक पर ही चावल उतरवाना शुरू किया गया। मामले को लेकर चवाल की खेप उतरवाने वाले ठेकेदार सब्बन हुसैन रिजवी का कहना है कि सरकारी चवाल से यदि यूरिया का मिश्रण होता है तो निश्चित ही कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। उन्होंने रैक को अनलोड करने से मना कर दिया था। लेकिन रेल अधिकारियों के पैनाल्टी के दबाव के चलते उन्होंने एहतियात बरतते हुए चावल ट्रकों पर लोड करवाना शुरू किया है। वहीं मामले को लेकर स्टेशन मास्टर एपी वर्मा का कहना है कि रेल प्रसाशन ने चवाल की रैक खाली कराने के लिए जगह मुहैया कराई है। ऐसे में इसे सावधानी पूर्वक उतारा जाना चाहिए। यूरिया के साथ यदि चवाल का मिश्रण होता है तो रेल प्रसाशन की कोई जिम्मेदारी नही होगी।