जहां एक ओर पूरे देश मे राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ होने के साथ ही लोगो को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने की कवायद शुरू हो गई है वहीं दूसरी ओर डग्गामार वाहन यातायात नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाते हुए लोगो की जिंदगी को खतरे में डालते हुए मौत के आगोश में ले जा रहे हैं। वहीं जिम्मेदार कार्यवाही के नाम पर मात्र खानापूर्ति कर रहे है… जिसके चलते इन डग्गामार वाहनों के मालिक बेखौफ होकर बिना मानक को पूरा करे इन वाहनों का संचालन कर रहे है और लोगो के मौत का कारण बन रहे है… ऐसा ही एक दर्दनाक नजारा जनपद कानपुर देहात में देखने को मिला जहां एक बिना मानक की तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर नहर में पलट गई हादसे में एक महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई और डेढ़ दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
जनपद कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र के जुरिया गांव के पास रूरा-झींझक नहर मार्ग पर आज उस समय भीषण दर्दनाक हादसा घटित हुआ जब एक तेज रफ्तार डग्गामार बस अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी हादसा उस समय घटित हुआ जब बस झींझक से सवारियों को लेकर रूरा जा रही थी बस में करीब 3 दर्जन से भी अधिक लोग सवार थे। हादसे में करीब डेढ़ दर्जन लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए और कई लोग बस में फस गए जिन्हें पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला जिसके बाद घायलों को उपचार के लिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां औरैया के देवराय की रहनी वाली असिमा की उपचार के दौरान मौत हो गई…असिमा अपनी पुत्री अलसिफ़ा के साथ देवराय से रूरा थाना क्षेत्र के सराय गढेवा अपने मायके जा रही थी।
बस हादसे की सूचना नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि संतोष त्रिपाठी को मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे और रोते बिलखते परिजनों को ढाढस बंधाने लगे वहीं झींझक से रूरा थाना इलाके के सराय गढ़ेवा जा रही महिला की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि म्रतक महिला के साथ उसकी बेटी भी थी। इस घटना को लेकर संतोष त्रिपाठी ने गहरा दुख जताया उन्होंने शासन और प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि झींझक और रूरा मार्ग पर प्राइवेट जर्जर बसें जोकि मौत बनकर दौड़ रहीं हैं इन पर पूरी तरह से लगाम लगाई जाए वहीं उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की लापरवाही बताते हुए कहा कि झींझक रूरा मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे होने के चलते वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं जिसके बाद उनको इन हादसों का शिकार होना पड़ता है.
हादसे से कोहराम मच गया…… हादसे की सूचना पर जिलाधिकारी डॉ० दिनेश चन्द्र और पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुचे और रेस्क्यू ऑपरेशन के जायजा लिया साथ ही घायलों की स्थिति का भी जायजा लिया। वहीं जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने हादसे में घायल लोगो को उचित उपचार दिलाने की बात के साथ ही हादसे की जांच के आदेश दे दिए है….
वहीं परिवाहन और पुलिस विभाग के अधिकारियों को डग्गामार वाहनों के संचालन पर रोक लगाने और कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए है। बहराल यह कोई झींझक रुरा मार्ग की पहली घटना नहीं है इससे पहले भी सवारियों से भरी बस पलट चुकी है बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते डग्गामार बस संचालक अपनी जेबें भरने के चलते लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। जिले के जिला अधिकारी ने कार्रवाई करने के आदेश तो दे दिए हैं लेकिन अब देखना होगा कि कार्रवाई क्या सिर्फ खानापूर्ति के नाम पर होती है या फिर इन घटनाओं पर लगाम लगेगी।