नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार यानी आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। पीएम का ये कार्यक्रम ऐसे समय में होने जा रहा है, जब महज एक दिन बाद संसद में देश का बजट पेश होना है, तो वहीं दूसरी ओर केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन चरम पर है। मासिक रेडियों कार्यक्रम की ये 73वीं कड़ी है। इसे दूरदर्शन और आकाशवाणी नेटवर्क पर प्रसारित किया जा रहा है।
हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है। उन्होंने कहा इस साल की शुरुआत के साथ ही कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को करीब एक साल पूरा हो गया। जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी है, वैसे ही अब हमारा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी दुनिया में एक मिसाल बन रहा हे। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम चला रहा है।
भारत सिर्फ 15 दिन में 30 लाख ज्यादा कोरोना वॉरियर का टीकाकरण
उन्होंने कहा, भारत सिर्फ 15 दिन में अपने 30 लाख से ज्यादा कोरोना वॉरियर का टीकाकरण कर चुका है जबकि अमेरिका जैसे समृद्ध देश को इस काम में 18 दिन लगे थे और ब्रिटेन को 36 दिन। मैं सभी देशवासियों को और खासकर के अपने युवा साथियों को आह्वान करता हूं कि वो देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखें। अपने इलाके में स्वतंत्रता संग्राम के दौर की वीरता की गाथाओं के बारे में किताबें लिखें। जब भारत अपनी आज़ादी के 75 वर्ष मनायेगा तो आपका लेखन आज़ादी के नायकों के प्रति उत्तम श्रद्धांजलि होगा।
खेती को आधुनिक बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और अनेक कदम उठा भी रही है। सरकार के प्रयास आगे भी जारी रहेंगे। पर्यावरण की रक्षा से कैसे आमदनी के रास्ते भी खुलते हैं, इसका एक उदाहरण अरुणाचल प्रदेश के तवांग में देखने को मिला। इस पहाड़ी इलाके में सदियों से मोन शुगु नाम का एक पेपर बनाया जाता है। इसके लिए पेड़ों को नहीं काटना पड़ता है।