बांदा। प्रदेश सरकार के मंत्री की बात सही मानें तो बुंदेलखंड के विकास पर केंद्र व प्रदेश सरकार का विशेष जोर है। अब यहां की पहचान बेरोजगारी से नहीं बल्किकल कारखानों, पर्यटन एवं हरियाली से होगी। कारीडोर व एक्सप्रेस वे से इसकी शुरुआत हो चुकी है। पेयजल संकट मिटाने के लिए सरकार अब घर-घर नल से पानी भेजेगी। ये बात जल शक्ति मंत्री डॉ.महेंद्र सिंह ने कही।
ओरन में बुंदेली भूजल चौपाल आयोजित हुई उसमें प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री ने ग्रामीणों के साथ चर्चा की। कहा कि पानी जीवन का सबसे मूल तत्व है। सरकार ने यूपी में पहला जल शक्ति मंत्रालय बनाया है। आजादी के समय जब 36 करोड़ आबादी थी तब प्रति व्यक्ति-प्रतिवर्ष छह हजार घन मीटर पानी उपलब्ध था। 2021 तक घटते-घटते लगभग 1300घन मीटर पहुंच गया है। इसके लिए सरकार ने कानून भी बनाया है। अब स्कूल,कालेज फैक्ट्री, सरकारी कार्यालय में वाटर हार्वेस्टिग को आवश्यक कर दिया है। सरकार ने अपने स्तर से जलजीवन मिशन के तहत हर घर को नल की टोंटी से पानी की योजना लागू की है।
चौपाल के पूर्व कैबिनेट मंत्री ने खेत मे मेड़बंदी व मेड़ में पीपल का पौधारोपित कर जन जागरूकता के लिए रथयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उसके बाद कुंआ का पूजन किया। इसके पूर्व बिसण्डा आगमन पर सदर विधायक प्रकाश दिवेदी नें मंत्री कां माल्यर्पण कर स्वागत किया। आदर्श इण्टर कॉलेज ,बिसण्डा , में स्वर्ण जंयती भवन के शिलान्यास कार्यक्रम एवं अंतर्रा सार्किट हाउस में मंत्री के साथ समीक्षा बैठक में शामिल हो जिलें में जल एवं सिंचाई व्यवस्था में व्यापक सुधार पर सुझाव दिया। पौधारोपण किया। इन कार्यक्रमों में चित्रकूटधाम के मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह, बबेरू विधायक चंद्रपाल कुशवाहा, तिदवारी के बृजेश प्रजापति, भाजपा नेता राजेश दिवेदी, मानिकपुर के विधायक आनंद शुक्ला भी उपस्थित थे।