उन्नाव- जनपद उन्नाव के ब्लाक बिछिया की ग्राम सभा डीह अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में शुमार किया जाता है। यहां पर ग्राम प्रधानी के चुनाव में काफी कड़ी टक्कर देखने को मिलती हैं ।यहां पर राजनीतिक समीकरण काफी हद तक जातीय वोट बैंक के इर्द गिर्द घूमती हुई नजर आती है। ग्राम सभा डीह में काफी वर्षो से पूर्व प्रधान मुन्ना सिंह का कब्जा रहा है। एक बार इस सीट से श्रीमती कुँवारा पत्नी काली मन्ना भी अपनी किस्मत आजमा चुकी है उनकी जीत हुई लेकिन पिछले दो चुनावों में उनको बुरी तरह मात खानी पड़ी है।और इस बार ओबीसी महिला की सीट आने के बाद समीकरण बदले हुए नजर आ रहे है कौन किसको सहयोग प्रदान करेगा वह जल्द सामने आएगा।
लेकिन अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में शुमार ब्लाक बिछिया के ग्राम सभा डीह में विगत कई वर्षो से प्रधानी चुनाव का और जिला पंचायत चुनाव का राजनैतिक समीकरण काफी हद तक पूर्व प्रधान मुन्ना सिंह के इर्द-गिर्द घूमता हुआ नजर आता है ।सूत्रों की माने तो अभी तक कोई मजबूत उम्मीदवार सही मायनों में पूर्व प्रधान मुन्ना सिंह को मात नहीं दे पाया है । क्षेत्र के राजनैतिक धुरंधरों एवं बुजुर्गों की माने तो 2021 के ग्राम पंचायत चुनाव में काफी हद तक समीकरण पूर्व प्रधान मुन्ना सिंह पर निर्भर करेगा ।क्योंकि डीह ग्रामसभा सभा की सीट ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हुई है। इस सीट पर जहां एक और जिला पंचायत का चुनाव अपनी पत्नी को पूर्व में लड़वा चुके एक उम्मीदवार फिर से मैदान में कूद पड़े है। जहाँ वह जातीय समीकरण मजबूत होने के बावजूद कमजोर टीम वर्क के कारण बेहद पराजित हुए थे। और इस बार वह अपनी माता जी को ग्राम प्रधान के चुनावी बाजार में उतारने के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं वहीं सूत्रों की माने तो इसी क्षेत्र में मशहूर रेस्टोरेंट व्यापारी भी अपनी पत्नी को चुनावी महासंग्राम में उतारसकते है जिसकी प्रबल संभावना है।वही एक अन्य पूर्व प्रधान के घर से उनकी। बहु के उतरने की खबर है। ग्राम प्रधान की सीट आने के बाद क्षेत्र के अन्य उम्मीदवार भी अपनी किस्मत अजमाने के लिए पूरी तरह उतर सकते है। लेकिन सबसे अधिक चर्चा और माहौल के समीकरण को देखा जाए तो इस बार ग्रामपंचायत के चुनाव में कुछ अलग देखने को मिल सकता क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ और अपने सौम्य व्यवहार से लोगों का दिल जीतने वाले रेस्टोरेंट्स व्यपारी अपनी पत्नी को ग्राम प्रधान के चुनाव में उतार कर एंव पूर्व प्रधान का सहयोग मिलने के बाद क्षेत्र के विकास के लिए नए कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पूर्व प्रधान किस व्यक्ति को समर्थन देते हैं। लेकिन सूत्रों की माने तो जनता और पूर्व प्रधान का सहयोग रेस्टोरेंट्स व्यपारी को भरपूर मिलने से उनका पल्ला भारी नजर आने से विरोधियों के लिए एक चुनौती बन सकता है।