बांगरमऊ/उन्नाव।
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सहकारिता राजनीति की जननी है।सहकारिता के सहयोग से किसान बैज्ञानिक रूप से खेती कर दोहरा लाभ कमा सकते हैं।किसानों की आय बढ़ाने के लिए सहकारिता विभाग बिशेष रूप से किसानों का सहयोग कर रहा है।

यह बात यहां नाबार्ड द्वारा आयोजित किसान जागरूकता गोष्ठी में जिला सहकारी बैंक के प्रबंधक राकेश वर्मा ने किसानों से कहीं ।गोष्ठी का आयोजन साधन सहकारी समिति फतेहपुर चौरासी गढ़ी लिमिटेड के परिसर में किया गया था। गोष्ठी में आगे बोलते हुए प्रबंधक श्री वर्मा ने कहा कि बैंक नें सहकारी समितियों के बकायेदारों की सुविधा को देखते हुए एकमुश्त समाधान योजना शुरू की है जिसके तहत किसानों को फसली ऋण लेने वाले किसानों को आधा ब्याज माफ कर दिया जाएगा।इसका लाभ 1997 से 31 मार्च 2017 के मध्य वितरित किए गए फसली ऋण में किसानों को दिए जाएगा। मूलधन के बराबर ब्याज में आधे ब्याज की छूट दी जाएगी। साथ में किसानों से कहा कि बैंक द्वारा दिए गए ऋण पर नियमित खाते में 3प्रतिशत ब्याज लगता है।उन्होंने कहा इसलिए किसानों को जिला सहकारी बैंक से ही ऋण लेना चाहिए। जिला सहकारी बैंक के कैसियर राकेश सैनी ने कहा कि किसान सहकारिता के कर्णधार हैं।सहकारी को आगे बढ़ाने के लिए और किसानों को जोड़ना है। छूटे हुए किसानों को जोड़ने के लिए सभी किसान अन्य किसानों को प्रेरित करना चाहिए। पूर्व सचिव रामदास ने कहा कि सहकारिता से किसानों को बहुत लाभ हैं जो यूरिया खाद 266 रुपये में सहकारिता में मिल जाती है वही खाद प्राइवेट विक्रेता 330रुपये में दे कर किसानों का शोषण कर रहे हैं और वही दुकानदार सहकारिता का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 3% ब्याज पर नियमित ऋण लेकर और बचत खाता में अन्य बैंकों से आधा प्रतिशत अधिक ब्याज लेने के लिए सभी किसानों को बचत खाता सरकारी बैंक में खुलवाना चाहिए।कार्यक्रम में दिनेश मिश्रा, शिवपाल सचिव ,राम आसरे, ठाकुर प्रसाद, भगवान दीन, विजय पाल शर्मा ,मथुरा, गोवर्धन,पवन कुमार आदि लोग मौजूद रहे।