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उपेन्द्र कुशवाहा
पडरौना,कुशीनगर : चंद दिनो की मेहमान कहे जाने वाली यह लीची एक फल है जैसे माने अपने घरो पर आने वाला मेहमान जिस तरह आता है बहुत जल्दी ही वह चला भी जाता है |
एसे मे ठीक उसी प्रकार का यह लीची भी आती है और कम समय मे मेहमान की तरह लोगो के बीच से बिदा हो जाती है | उधर बर्तमान इस फल को खरीदने के लिए पडरौना शहर मे लोगो की भीड उमड रही है | हालाकी शहर व देहात मे 50 रुपया किलो लीची बीक रही है |
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