नोटबंदी के विरोध में ममता ने ट्विटर अकाउंट की तस्वीर काली की
उन्होंने कहा है कि नोटबंदी किसी तबाही से कम नहीं थी. हम आठ नवंबर के दिन को काला दिवस के रूप में मनाएंगे. इसका विरोध करेंगे, इसने इकोनॉमी को तबाह कर दिया. उन्होंने दूसरों से भी ऐसा ही करने को कहा है.
ममता ने नोटबंदी का अपने तरीके से किया विरोध
तृणमूल निकालेगी विरोध रैलियांतृणमूल कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं से नोटबंदी और जीएसटी के विरोध में विरोध रैलियां आयोजित करने को कहा है, उसका कहना है कि इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
जीएसटी यानि ग्रेट सेल्फिस टैक्स
ममता ने एक दिन पहले अपने ट्विटर अकाउंट पर जीएसटी को ग्रेट सेल्फिस टैक्स भी बताते हुए कहा था, इसकी वजह से लोगों की नौकरियां जा रही हैं, बिजनेस बर्बाद हो रहा है और इकोनॉमी को धक्का पहुंचा है. केंद्र सरकार जीएसटी से उपजी समस्याओं से निपटने में नाकाम रही है.
ममता ने लोगों से नोटबंदी का विरोध करने के लिए कहा है
ममता नोटबंदी की मुखर आलोचक
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर की आधी रात से नोटबंदी को लागू करने की घोषणा की थी, तब से ममता इसकी मुखर आलोचक रही हैं.मोदी ने जब आठ नवंबर से 1000 और 500 रुपए के पुराने नोटों पर रोक लगाकर काला धन पर सख्ती की बात की थी, तब ममता ने इसके खिलाफ राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा था.
जीएसटी का भी विरोध
नोटबंदी के बाद मोदी सरकार ने अगले बड़े आर्थिक सुधारों के तौर पर गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) को लागू किया, इसका भी ममता ने विरोध किया, जब एक जुलाई को मोदी सरकार इसे लागू करने के लिए आधी रात को संसद का विशेष सत्र बुलाया तो ममता की पार्टी ने इसका बहिष्कार किया था.
कांग्रेस का रुख
कांग्रेस और अन्य पार्टियों का भी कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी के चलते देश के आर्थिक विकास पर प्रतिकूल असर पड़ा है. जून में खत्म हुई तिमाही में विकास दर तीन साल में सबसे कम 5.7 रही. जीएसटी को लेकर कांग्रेस का कहना है कि जुलाई से इसको लागू करने के बाद से देशभर में कन्फ्यूजन का माहौल बना हुआ है.
मनमोहन सिंह ने कहा
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी एक दिन पहले कहा है कि मोदी को अब मान लेना चाहिए कि नोटबंदी लागू करके उन्होंने देश के साथ एक बड़ी गलती की थी.
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