‘हिंदू चरमवाद’ पर बोले प्रकाश राज- धर्म के नाम पर डराना आतंक नहीं तो क्या…
इसके साथ ही प्रकाश राज ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, “यदि नैतिकता के नाम पर मेरे देश की सड़कों पर युवा जोड़ों को मारना आतंकित करना नहीं है. अगर कानून को हाथों में लेना और गाय को मारने के थोड़े से संदेह पर लोगों को मारना आतंकित करना नहीं हैं. यदि असंतोष की छोटी आवाज को चुप करने के लिए दुर्व्यवहार करना और धमकी देना आतंकित करना नहीं है, तो आतंकित करना क्या है, बस पूछ रहा हूं.”
If instilling fear in the name of religion..culture..morality is not terrorizing..than what is it ..#justasking pic.twitter.com/hs8Y3H700L
— Prakash Raj (@prakashraaj) November 3, 2017
प्रकाश राज का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कमल ने एक तमिल पत्रिका में लिखा था कि इससे पहले दक्षिणपंथी हिंदू बहस करते थे, हिंसा में शामिल नहीं होते थे. लेकिन जब उनकी ‘चालाकी’ विफल होने लगी तो वे अब हिंसा का सहारा ले रहे हैं.
कमल हासन ने कहा, “चरमवाद उनके खेमे में भी फैल गया है. यह चरमवाद खुद को हिंदू कहलाने वालों की जीत या प्रगति नहीं है.”
Disclaimer : इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करें और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य में कोई कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह [email protected] पर सूचित करें। साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें। जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।