अहमदाबाद. हार्दिक पटेल के आंदोलन का आज 13वां दिन है लेकिन सरकार और उसके बीच में डेडलॉक अभी भी बना हुआ है अभी तक दोनों पक्षों की तरफ से सीधे तौर पर बातचीत के कोई प्रयास नहीं किए गए हैं. सामाजिक संस्थाओं की तरफ से 2 दिन पहले मध्यस्थी करके सरकार के साथ बातचीत की गई थी लेकिन पास की टीम ने उन 6 सामाजिक संस्थाओं के प्रपोजल को कोई सपोर्ट नहीं दिया. इस वजह से वह इस प्रोसेस से बाहर हो गयी, लेकिन पाटीदार समाज की एक और सबसे बड़ी संस्था खोडलधाम ट्रस्ट के नरेश पटेल ने सरकार और पास (PAAS) के बीच में मध्यस्थी का ऑफर किया है जिसको लेकर पास की टीम और सरकार दोनों ही सकारात्मक दिखाई दे रहे हैं.
लेकिन अभी तक दोनों में से किसी भी पक्ष की तरफ से पहल नहीं की गई है. इसीलिए अभी भी हार्दिक द्वारा उठाए गए मुद्दों को लेकर के सरकार और उसके बीच में कोई बातचीत शुरू नहीं हो सकी है. उधर कांग्रेस के MLAs ने भी आज गुजरात के मुख्यमंत्री से मिलकर के हार्दिक के इशू को उठाया लेकिन उसका भी अभी तक कोई खासा असर पड़ता दिखाई दे नहीं रहा है. इस बीच c होती दिखाई दे रही है अब वह चल फिर भी नहीं पा रहा है आज उसे मूवमेंट के लिए व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा.
डॉक्टर का कहना है कि उसकी बॉडी में एसीटोन का और कीटोन का लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है ऐसे में उसका हॉस्पिटलाइजेशन हो करना अनिवार्य हो चुका है लेकिन हार्दिक इसके लिए तैयार नहीं है और सेहत बिगड़ने के बावजूद उसने आज शाम 7:00 बजे से एक बार फिर जल त्याग कर दिया है और अब पास की टीम यानी उसके समर्थक यह कह रहे हैं क्यों ने आशंका है कि सरकार जबरदस्ती हार्दिक को हॉस्पिटल आइस करवाने की फिराक में है और उसके स्वास्थ्य के साथ भी छेड़खानी हो सकती है फिलहाल सरकार और हार्दिक की टीम दोनों उसके स्वास्थ्य को लेकर के चिंतित हैं लेकिन अभी तक कोई भी पहल करने को तैयार नहीं है.
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