रिपोर्ट:सैय्यद मकसूदुल हसन
अमेठी। फायर स्टेशन गौरीगंज अमेठी में आयोजित COP TALK कार्यशाला के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र के दौरान एमिटी लॉ कॉलेज गुरुग्राम हरियाणा के प्रोफेसर प्रांशुल पाठक ने महिला संबंधित अपराधों पर विस्तार पूर्वक जानकारी दिए, जिसमें घरेलू हिंसा, पाक्सो एक्ट, छेड़छाड़ तथा बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों के बारे में कानूनी बारीकियों पर विस्तार से चर्चा की गई । जिस पर विवेचकों ने सवाल पूछे । जिस पर प्रोफ़ेसर प्रांशुल पाठक ने विधिक जवाब दिए । सत्र के दौरान एमिटी लॉ कॉलेज के प्रवक्ता संजय पाण्डेय एवं श्रीमती नेहा मिश्रा ने कई सवालों पर अपनी कानूनी राय जाहिर किये । दूसरे सत्र के दौरान अयोध्या के सहायक अभियोजन अधिकारी अभय सिंह ने संज्ञेय व असंज्ञेय अपराधों की दशा में साक्ष्य संकलन एवं दंड प्रक्रिया संहिता के बारे में विस्तार से बताएं।
सहायक अभियोजन अधिकारी अयोध्या आलोक चतुर्वेदी ने भी सत्र को संबोधित किए । दूसरे सत्र के दौरान शंका समाधान दौर का आयोजन किया गया जिसमें आलोक चतुर्वेदी सहायक अभियोजन अधिकारी, अयोध्या ने विवेचकों के सभी प्रश्नों का गंभीरतापूर्वक उत्तर दिए तथा संविधियों के निर्वचन पर प्रकाश डाले आलोक चतुर्वेदी ने साक्ष्य संकलन में आने वाली कठिनाइयों पर विधिक समाधान बताएं । कार्यक्रम के दूसरे सत्र के अंत में आरआरएसआइएमटी के एसोसिएट प्रोफेसर एवं एमबीए विभागाध्यक्ष आशीष त्रिपाठी ने सत्र को संबोधित किए और व्यवहार शैली एवं प्रबंधन के कुशल प्रयोग के बारे में बताएं आशीष त्रिपाठी ने कहा कि बेहतर प्रबंधन से पुलिस अपने कार्यों को बेहतर तरीके एवं आसानी से कर सकती है तथा व्यवहार शैली के सकारात्मक प्रयोग से सामाजिक सहभागिता को बढ़ा सकती है कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधीक्षक अमेठी डॉ0 ख्याति गर्ग ने COP TALK कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि अमेठी पुलिस विधिक प्रशिक्षण से अपने जानकारी एवं ज्ञान की वृद्धि कर सकती है । हम और हमारे विवेचक और अधिक गुणवत्तापूर्वक विवेचना कर सकेंगे तथा प्रभावी साक्ष्य संकलन कर सकेंगे, जिससे अपराधियों की दोष सिद्धि होने में मदद मिलेगी और अपराध पर समय रहते लगाम लगाया जा सकता है । इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक अमेठी दयाराम सरोज, क्षेत्राधिकारी अमेठी पीयूष कांत राय व थानों के 80 विवेचक मौजूद रहे
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