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जम्मू और कश्मीर | जम्मू और कश्मीर अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के जबरन अंतिम संस्कार किए जाने पर अब जम्मू और कश्मीर पुलिस ने अपना बयान जारी किया है.

 

पुलिस ने कई ट्वीट करके बताया है कि गिलानी का अंतिम संस्कार रज़ामंदी के साथ हुआ था.  

 

कश्मीर ज़ोन पुलिस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, “सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद आईजी पुलिस कश्मीर विजय कुमार, एसपी और एएसपी के साथ उनके घर पर रात 11 बजे उनके बेटों से मिले. उन्होंने शोक व्यक्त किया और जनता के हित और क़ानून-व्यवस्था की स्थित को देखते हुए उनसे रात में ही शव दफ़नाने का निवेदन किया.”  

“दोनों सहमत थे और उन्होंने रिश्तेदारों के आने के लिए दो घंटे का इंतज़ार करने को कहा. आईजी पुलिस कश्मीर ने व्यक्तिगत रूप से कुछ रिश्तेदारों से बात की और उनको सुरक्षित रास्ता दिलाने का भरोसा दिलाया. हालांकि, तक़रीबन 3 घंटे के बाद पाकिस्तान और शरारती तत्वों के दबाव में वे अलग तरह से व्यवहार करने लगे और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का सहारा लेने लगे जिसमें शव को पाकिस्तान के झंडे में लपेटना, पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाना और पड़ोसियों को बाहर निकलने के लिए उकसाना शामिल है.”  

“समझाने बुझाने के बाद रिश्तेदार शव को क़ब्रिस्तान लेकर गए और इंतज़ामिया कमिटी के सदस्यों और स्थानीय इमाम की मौजूदगी में सम्मानित तरीक़े से अंतिम क्रियाएं की गईं. दोनों बेटों का क़ब्रिस्तान न आना पाकिस्तानी एजेंडे को लेकर उनकी ईमानदारी को दिखाता है, न कि उनके दिवंगत पिता के प्रति प्यार और सम्मान.”  

कश्मीर ज़ोन पुलिस ने इसके अलावा गिलानी की अंतिम क्रियाओं के वीडियो भी ट्वीट किए हैं जिसमें शव को नहलाया और फिर उसके बाद दफ़नाया जा रहा है. वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि जम्मू और कश्मीर में इंटरनेट समेत कई प्रतिबंधों में ढील दी गई है और दोनों ही क्षेत्रों में हालात सामान्य हैं लेकिन उनकी नज़र बनी हुई है.