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क्या भारत जोड़ो यात्रा ने राहुल को बना दिया है गम्भीर नेता

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Politics -कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को एक    महीना पूरा हो गया है। यात्रा को एक माह पूरा हुआ तो राहुल गांधी ने पत्रकारों से बातचीत की और इस यात्रा के कई पहलुओं पर अपनी राय रखी है। राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा, मेरे लिए मीडिया पर बहुत पैसा खर्च किया गया लोगो की काफी ऊर्जा बर्बाद हुई क्योंकि मेरी छवि को गलत तरीके से जनता के बीच  प्रस्तुत करने का यह प्रयास था।
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उन्होंने आगे कहा, यह सब मशीनें है जो अपने वित्तीय लाभ के लिए काम कर रही है और अंत तक करती ही रहेगी। लेकिन मेरा सत्य अलग है। जो इसे गौर से देखेंगे उन्हें समझ आएगा कि मैं क्या हूँ और मैं किन मूल्यों पर खड़ा हूँ। मेरा सत्य हर वह व्यक्ति जनता है जो मुझे करीब से देख रहा है और इन मशीनों से थोड़ा दूर है।

जाने क्या है भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य-

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राहुल गांधी ने 7 सितंबर को कन्याकुमारी से महत्वाकांक्षी भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी और 3750 किलोमीटर पैदल चलने के बाद वो 150 दिन बाद कश्मीर पहुंचेगे। इस यात्रा का उद्देश्य साफ है कि बीजेपी की राजनीति के चक्रव्यूह को तोड़ना और कांग्रेस को पुनः स्थापित करना है। 
भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से कही न कही कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुद को जमीनी स्तर का नेता बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस यात्रा के माध्यम से राहुल गांधी सीधे जनता से सम्पर्क साधा रहे हैं। इस यात्रा को एक महीना पूरा हो चुका है। अब भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक की यात्रा पर है। 
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कही न कही भारत जोड़ो यात्रा को दक्षिण में जनता का खूब समर्थन प्राप्त हो रहा है और जनता राहुल गांधी के साथ खड़ी है। उम्मीद यह भी है कि कांग्रेस की यह यात्रा कांग्रेस के लिये संजीवनी बूटी साबित हो सकती है और कांग्रेस को आगमी चुनाव में जनता का अच्छा समर्थन मिल सकता है।

कितनी बदली राहुल की छवि-

बीते दिनों में सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की कई तस्वीरें वायरल हुई। इन तस्वीरों में राहुल गांधी से साथ जनता का जनसैलाब देंखने को मिला। कभी राहुल गांधी अपनी मां के जूते का फीता बांधते दिखाई दिए तो कभी राहुल गांधी तेज बारिश में भाषण देते दिखे। कभी राहुल को बच्चो ने गले लगाया तो कभी एक मध्यम वर्ग के परिवार के साथ राहुल उनका दुख बांटते दिखे। 
यह सभी तस्वीरे इस ओर इशारा कर रही है कि साल 2019 में जब कांग्रेस को करारी हार मिली थी और राहुल ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। तब भले ही राहुल गांधी जनता के बीच लोकप्रिय नही रहे हो लेकिन आज भारत जोड़ो यात्रा ने कही न कही राहुल गांधी की छवि एक मजबूत लीडर के रूप में विकसित की है।
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राहुल की बरसात में भाषण वाली तस्वीर यह बता रही है कि राहुल गांधी ने अपना विश्वास अटल कर लिया है और अब वह जनता को जीतने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं। कही न कही राहुल गांधी की छवि विकसित भी हुई है क्योंकि राहुल गांधी ने आत्मविश्वास ने कही न कही जनता को जीत लिया है और जनता के बीच भारत जोड़ो यात्रा ने राहुल गांधी को एक एक्टिव और मजबूत लीडर के रूप में विकसित किया है।
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राहुल गांधी ने अब अपने आप को एक गम्भीर राजनेता के तौर पर विकसित किया है। लोग राहुल गांधी के जज्बे से प्रभावित हुए है। अब राहुल गांधी हर बात पर प्रतिक्रिया न देकर सधे हुए तरीके से अपनी बात करते हैं और मुद्दों पर आय दिन एक अच्छे विपक्षी नेता की तरह सत्ताधारी दल को घेरते है।

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