img

Editorial– 14 सो साल पहले आया इस्लाम धर्म आज विश्व स्तर पर काफी तेजी से फैल रहा है। जहां मुस्लिम समाज इस्लाम के खिलाफ एक शब्द नही सुनना चाहता हैं वही इस धर्म ने डेढ़ दशक में विश्व को बड़े संकट के बीच लाकर खड़ा कर दिया है। आज इस्लाम को लेकर कई सवाल उत्पन्न हो रहे हैं। लोगो का कहना है कि इस्लाम जिसके अनुयायी तेजी से बढ़ रहे हैं वह दुनिया के लिए संकट क्यों बनता जा रहा है लोग इसे लेकर इतना चिंतित क्यों है। अगर इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है तो इसका विरोध क्यों हो रहा है। वही अगर यह एक अच्छा धर्म है तो लोग इस्लाम को लेकर इतने सवाल क्यों खड़े कर रहे हैं इस्लाम को मानने वाले लोगो के मन मे इतना डर क्यों है आखिर इस्लाम इतना डरावना ओर भ्रमित क्यों होता जा रहा है ओर लोग इतना सब होने के बाद भी इसे क्यों अपना रहे हैं।

वही जब हम इन सभी सावालो के जवाब को खोजते हैं तो हमे इस्लाम को लेकर तरह तरह के मत सुनने को मिल जाते हैं। इस्लाम को मानने वाले इस सवाल का जवाब इस्लाम के पक्ष में देते हैं वही इस्लाम को न मानने वाले इन सावालो पर अनोखी प्रतिक्रिया देते हैं वह इस्लाम की कमियों को गिनाने से कभी नहीं चूकते। लेकिन आज हम आपको इस्लाम से जुड़े कुछ ऐसे तत्व बताने जा रहे हैं। जो इन दोनों मतों को दर्शाते हैं कि आखिर आज के समय मे इस्लाम इतना आकर्षक क्यों है ओर यह डर क्यों बनता जा रहा है।

जाने इस्लाम की आकर्षक बाते:- 

इस्लाम को मानने वाले लोगो का कहना है कि इस्लाम और क्रिश्चियेनिटी के बाद आया है। इसमे इन दोनों धर्मो की अच्छी बातों को शामिल किया गया है। इस्लाम सच्चाई की सीख देता है इस्लाम यह दावा करता है कि जो सत्य को मानता है जो अन्न्याय से दूर रहता है वह अल्लाह का सच्चा उपासक है। इस्लाम के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति के साथ अन्न्याय करता है दुर्व्यवहार करता है लोगो का सम्मान नहीं करता है वह इस्लाम के अनुसार गलत है। इस्लाम मे स्पष्ट रूप से कहा गया है कि लोगो को दयाभाव से रहना चाहिए ओर हमेशा एक दूसरे के हित के लिए खड़ा होना चाहिए। 

इस्लाम के मुताबिक एक अच्छा इंसान वही है जो सद्व्यवहार, दयाभाव व आदर्श समाज की स्थापना में अपना योगदान देता है। इस्लाम का उद्देश्य है लोगो का सहयोग करना ओर एक ऐसे समाज की स्थापना करना जहाँ मनुष्य मनुष्य के लिए खड़ा रहे। इस्लाम का उद्देश्य विश्व शांति और सामाजिक समृद्धि है। आज जब इस्लाम में इतनीं अच्छाई है अल्लाह सभी को सद्व्यवहार ओर एकता से रहने को कहते हैं तो यह धर्म आज इतना निर्दयी क्यों बनता जा रहा है। 

जाने क्यों इस्लाम बनता जा रहा कत्लेआम:-

आज इस्लाम के अनुयायी कत्ल करने को क्यों तैयार है। आज अगर कोई एक शब्द बोल देता है तो इस्लाम को मानने वाले तलवारें लेकर क्यों खड़े हो जाते हैं ओर सर तन से जुदा करने जैसे बाते सामने आने लगती है। इस्लाम जो की शान्ति की बात करता है लेकिन इस्लाम के अनुयायी कत्लेआम की बात करते हैं। आखिर ऐसा क्या है कि लोग इस्लाम के नाम पर इतने निरंकुश हों गए हैं कि किसी का कत्ल करते समय उनके हाथ नहीं कांपते है। अगर हम गहराई से सोचे तो इस्लाम को इतना निरंकुश बनाने में कही न कही बड़े बड़े राजनेताओं का हाथ है क्योंकि राजनेताओं ने अपने व्यक्तिगत लाभ हेतु इस्लाम को अपना हथियार बनाया ओर शान्ति को उग्र धर्म बना दिया। लोगो को धर्म के नाम पर लड़वाया ओर एक धर्म के लोगो के मन मे दूसरे धर्म के लोगो के प्रति नफरत का बीज रोपित किया। वही जब यह बीच फलने फूलने लगा तो उन्होंने इस नफ़रत के बीच से अंकुरित पेड़ की लकड़ियों को आग लगाई ओर हिन्दू मुस्लिम का विवाद पैदा किया।

आज इस्लाम नफरत का कारण इसलिए है क्योंकि उसकी को राजनेताओं ने हिन्दू मुस्लिम के तौर पर अपने उपयोग हेतु अपने परिदृश्य के मुताबिक गढ़ी है। आज लोग धर्म की वास्तविकता को समझे बिना आपस मे लड़ते हैं ओर छोटे छोटे बयानों को बड़ा करके प्रस्तुत कर उनके नाम पर दो धर्म, एकता, आपसी भाईचारा ओर शान्ति का कत्ल करते हैं। इस्लाम के खतरनाक बनने में इतना जिम्मेदार मुस्लिम समाज नहीं है जितना की राजनीति दल क्योंकि यह अपने उल्टे सींधे बयानों को अलग अलग तरीके से प्रस्तुत कर लोगो के मन मे नफरत का बीच रोपित करते हैं।