देश– कल 26 जनवरी के है। 1947 में इसी दिन भारत गणराज्य बना था और भारत के लोगों को अधिकारों वाला संविधान मिला। संविधान ने भारत के लोगों को कई अधिकार और समाज मे सम्मान से जीने का हक दिया। वहीं समाज मे फैली कई कुरीतियों पर संविधान ने तमाचा मारा और देश को बदलने के लिए लोगों की प्रेरणा बना।
संविधान सभा मे कुल 389 लोग थे। इन लोगों के संघर्ष से संविधान बनकर तैयार हुआ। लेकिन इन लोगों में 15 महिलाएं थी। यह वह महिलाएं हैं जिन्होंने संविधान निर्माण में अहम योगदान दिया और भारत के इतिहास में इनका नाम स्वर्णिम अक्षरों में मुद्रित हो गया।
इन महिलाओं ने उस दौर में कठिन संघर्ष किया और समाज मे बदलाव लाने के लिए अपना सर्वस्त्र झोंक दिया। संविधान सभा मे शामिल महिलाओं में प्रमुख नाम अम्मू स्वामीनाथन, दक्षायनी वेलायुथन, बेगम एजाज रसूल, दुर्गाबाई देशमुख, हंसा जीवराज मेहता, कमला चौधरी, मालती चौधरी, राजकुमारी अमृत कौर, रेणुका रे, सरोजिनी नायडू, सुचेता कृपलानी, विजयलक्ष्मी सहगल, एनी मसकैरिनी का अहम योगदान रहा है। वहीं बेगम एजाज रसूल एक मात्र मुस्लिम महिला थी जिन्होंने संविधान सभा मे शामिल होकर देश को गौरवांवित किया।
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