रवि किशन: बॉलीवुड के राज़ और कास्टिंग काउच का सच!
क्या आप जानना चाहते हैं कि कैसे एक साधारण लड़का बॉलीवुड में अपनी जगह बनाता है? रवि किशन की कहानी बेहद दिलचस्प है, जिसमें सफलता के साथ-साथ संघर्ष की भी झलक दिखाई देती है। इस लेख में, हम रवि किशन के संघर्ष, उनके अनुभवों, और बॉलीवुड में कास्टिंग काउच जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
रवि किशन का संघर्ष और सफलता की कहानी
रवि किशन ने अपने करियर की शुरुआत भोजपुरी फिल्मों से की। हालांकि, बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत और संघर्ष करना पड़ा। कई लोगों का मानना है कि बॉलीवुड में काम पाना आसान नहीं होता, और इसमें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। रवि किशन भी इन चुनौतियों से अछूते नहीं रहे। लेकिन अपनी प्रतिभा और लगन से उन्होंने न केवल बॉलीवुड में जगह बनाई, बल्कि एक सफल अभिनेता के रूप में अपनी पहचान भी स्थापित की।
भोजपुरी सिनेमा से बॉलीवुड तक का सफर
भोजपुरी सिनेमा ने रवि किशन को एक मजबूत आधार दिया। उन्होंने इस उद्योग में कई यादगार भूमिकाएँ निभाईं, जिससे उन्हें बॉलीवुड में काम करने का मौका मिला। रवि किशन ने हमेशा ही अपनी भूमिकाओं को गंभीरता से लिया है, जिससे उन्होंने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। बॉलीवुड की दुनिया में एंट्री करना आसान नहीं होता, लेकिन रवि किशन की लगन और मेहनत रंग लाई और उन्हें कई फिल्मों में अहम रोल मिले।
कास्टिंग काउच का कड़वा सच
अपने करियर के दौरान, रवि किशन ने बॉलीवुड के कास्टिंग काउच जैसी समस्याओं का भी सामना किया। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे युवा कलाकारों पर इस तरह के दबाव डाले जाते हैं। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने इन सभी दबावों का सामना करते हुए, अपने संघर्षों को पार किया। रवि किशन ने इस मुद्दे पर अपनी ईमानदार राय रखकर, बॉलीवुड में व्याप्त गंभीर समस्या पर प्रकाश डाला है।
बॉलीवुड में असमानता?
रवि किशन का मानना है कि बॉलीवुड में जाति या धर्म के आधार पर काम मिलना या न मिलना एक गंभीर मुद्दा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि आमिर खान जैसे सितारे इस समस्या का एक बेहतरीन उदाहरण हैं जिन्होंने रवि किशन को ‘लापता लेडीज’ में अपनी कमाल की अदाकारी से महत्वपूर्ण रोल दिया।
'लापता लेडीज' और रवि किशन का शानदार किरदार
फिल्म ‘लापता लेडीज’ में पुलिस अधिकारी मनोहर का किरदार निभाकर रवि किशन ने अपनी अदम्य प्रतिभा का एक नया आयाम स्थापित किया। उनके किरदार की विशेषता थी पान का सेवन करना। रवि किशन ने इस रोल के लिए अपनी तैयारी के बारे में बताया और ये भी बताया कि उन्होंने खुद कैसे इस छोटे से चीज़ को बेहतर बनाया और इसकी अदाकारी से एक खास जगह बनाई।
मनोहर का किरदार: एक अलग पहचान
मनोहर एक ऐसा पुलिस अधिकारी था जिसने अपनी सच्चाई और कर्तव्यनिष्ठा से सबका दिल जीत लिया। रवि किशन ने इसे इस तरह पर्दे पर उतारा जिससे उनके किरदार की सराहना ही नहीं, बल्कि काफ़ी ज़्यादा तारीफ हुई और लोग इस फिल्म और इस अदाकारी की तारीफ़ करते नज़र आए। रवि किशन ने अपनी मेहनत से एक बेहतरीन किरदार बनाया जो दर्शकों को याद रहेगा।
Take Away Points
- रवि किशन का संघर्ष, उनकी सफलता की कहानी एक प्रेरणा है।
- कास्टिंग काउच एक गंभीर समस्या है जिससे कई कलाकारों को जूझना पड़ता है।
- रवि किशन ने अपने किरदार 'मनोहर' से सबको प्रभावित किया।
- बॉलीवुड में संघर्ष करने वाले कलाकारों के लिए रवि किशन की सफलता एक बेहतरीन प्रेरणा है।