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समांथा रुथ प्रभु ने हाल ही में मुंबई में ‘सिटाडेल: हनी बनी’ के ट्रेलर लॉन्च पर अपनी भूमिका के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह सीरीज़ एक्शन फिल्मों में पारंपरिक लैंगिक मानदंडों को कैसे तोड़ती है। सह-कलाकार वरुण धवन और निर्देशक राज और डीके के साथ, समांथा ने एक एक्शन से भरपूर जासूसी कहानी का हिस्सा बनने की अपनी उत्साह को व्यक्त किया जो एक महिला किरदार पर केंद्रित है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे जासूसी शैली में पुरुष पात्रों का हमेशा से ही वर्चस्व रहा है। उन्होंने कहा, “अब तक, अगर कोई जासूसी सीरीज़ या फिल्म होती है, तो उसमें हमेशा एक पुरुष पात्र होता है, जो सारे शानदार एक्शन करता है, शानदार संवाद बोलता है, और दिन भी बचाता है।” समांथा ने ‘सिटाडेल: हनी बनी’ की तारीफ़ करते हुए कहा कि इसने उन्हें रोमांचक एक्शन दृश्यों को करने का मौका दिया, जो महिलाओं के प्रतिनिधित्व में एक महत्वपूर्ण बदलाव है।

समांथा का सशक्त महिला किरदार: एक नई शुरुआत

समांथा की ‘सिटाडेल: हनी बनी’ में भूमिका सिर्फ़ एक एक्शन रोमांच से परे है, यह महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व भी है। यह फिल्म एक ऐसी महिला जासूस को दिखाती है जो पुरुषों के वर्चस्व वाली दुनिया में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करती है और अपनी क्षमताओं और बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन करती है। यह फिल्म इस विचार को चुनौती देती है कि केवल पुरुष ही एक्शन हीरो हो सकते हैं। समांथा ने अपनी भूमिका निभाते हुए न केवल अपनी एक्शन स्किल्स दिखाई हैं बल्कि उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला है कि महिलाएँ भी एक्शन फिल्मों में प्रमुख भूमिका निभा सकती हैं।

लैंगिक समानता का संदेश

इस सीरीज़ का उद्देश्य न सिर्फ दर्शकों का मनोरंजन करना है, बल्कि समाज में व्याप्त लैंगिक असमानता को भी उजागर करना है। समांथा ने इस मुद्दे पर अपनी राय देते हुए कहा, “मुझे लगता है कि यही बात इसे अलग करती है कि मुझे एक्शन करने को मिलता है। और यह शानदार है।” उनका मानना है कि सिनेमा में महिलाओं को समान अवसर मिलने चाहिए, और प्रतिभा, बुद्धिमत्ता और ताकत के आधार पर सफलता मिलनी चाहिए, न कि लिंग के आधार पर। यह एक ऐसा संदेश है जो युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है।

एक्शन से भरपूर जासूसी रोमांच: ‘सिटाडेल: हनी बनी’ की खासियतें

‘सिटाडेल: हनी बनी’ का ट्रेलर एक्शन से भरपूर दृश्यों से भरा हुआ है, जिसमें समांथा और वरुण दोनों ही बेहतरीन एक्शन करते हुए नज़र आ रहे हैं। ट्रेलर में समांथा को दो पिस्टल के साथ एक दमदार फाइट सीन में दिखाया गया है जो उनकी अहम भूमिका की ओर इशारा करता है। इस सीरीज़ में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कलाकारों की टिम भी शामिल हैं, जिसमें प्रियंका चोपड़ा और मटिल्डा डे एंजेलिस जैसे नाम शामिल हैं। यह एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय सहयोग है जिससे भारतीय सिनेमा को विश्व स्तर पर पहचान मिलती है।

ग्लोबल लेवल पर भारतीय सिनेमा का उदय

‘सिटाडेल: हनी बनी’ जैसी सीरीज भारतीय सिनेमा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इस सीरीज में समांथा का किरदार न केवल भारतीय दर्शकों के लिए प्रेरणा है, बल्कि विश्व भर के दर्शकों को भी प्रभावित कर रहा है। यह सीरीज़ एक ऐसे समय में आ रही है जब भारतीय सिनेमा वैश्विक मंच पर तेज़ी से अपनी पहचान बना रहा है।

महिलाओं का बढ़ता प्रभाव: सिनेमा में एक नया युग

समांथा की ‘सिटाडेल: हनी बनी’ में भूमिका, महिलाओं के प्रतिनिधित्व के बदलते परिदृश्य को दर्शाती है। वह फिल्म उद्योग में महिलाओं के लिए समान अवसरों की वकालत करती हैं और आशा व्यक्त करती हैं कि एक ऐसा समय आएगा जब प्रतिभा, बुद्धिमत्ता और शक्ति ही सफलता का निर्धारण करेंगी, न कि लिंग। यह दर्शाता है कि कैसे महिलाएँ अब न केवल फिल्मों में मुख्य भूमिका निभा रही हैं, बल्कि उनके प्रतिनिधित्व का तरिका भी बदल रहा है।

एक नया मार्ग प्रशस्त करना

समांथा ने केवल एक एक्शन स्टार की भूमिका निभाते हुए सिनेमा में नया युग आरंभ नहीं किया है बल्कि उन्होंने महिलाओं के लिए एक ऐसा मार्ग भी प्रशस्त किया है, जिससे आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा मिलेगी। उनका यह प्रयास सिर्फ फिल्म उद्योग तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि यह समाज में महिलाओं की समान स्थिति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

टेकअवे पॉइंट्स:

  • समांथा रुथ प्रभु की ‘सिटाडेल: हनी बनी’ में भूमिका ने एक्शन फिल्मों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को एक नया आयाम दिया है।
  • यह सीरीज लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण का संदेश देती है।
  • ‘सिटाडेल: हनी बनी’ भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
  • समांथा का काम महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है और उनके द्वारा फिल्म उद्योग में बदलाव की उम्मीद जगायी है।