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श्रद्धा कपूर: एक सफल अभिनेत्री की यात्रा और उनके पिता का प्रभाव

श्रद्धा कपूर ने वर्ष 2010 में फिल्म “तीन पत्ती” से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, परंतु उन्हें वास्तविक पहचान 2013 में आई फिल्म “आशिकी 2” से मिली। इस फिल्म की जबरदस्त सफलता ने उन्हें बॉलीवुड की अग्रणी अभिनेत्रियों में स्थापित कर दिया। इसके बाद उन्होंने रोमांटिक ड्रामा, थ्रिलर और कॉमेडी जैसी विभिन्न शैलियों की फिल्मों में काम किया है, जिनमें “स्त्री,” “साहो” और “छिछोरे” जैसी बेहद सफल फिल्में शामिल हैं। उनके अभिनय को उनकी भावनात्मक गहराई के लिए प्रशंसा मिली है और उन्हें कई पुरस्कार भी मिले हैं। हाल ही में SCREEN के साथ बातचीत में उन्होंने अपनी सफलता और अपने पिता के प्रेरणादायक जीवन पर अपने विचार साझा किये हैं।

श्रद्धा का सफ़र और उनकी सफलता का मंत्र

शुरुआती संघर्ष और सफलता की गाथा

श्रद्धा ने अपने फिल्मी सफर को एक बेहद खुशनुमा अनुभव बताया है। उन्होंने अपने माता-पिता के अविरल समर्थन का शुक्रगुज़ार करते हुए कहा कि सफलता के मार्ग में असफलताएँ बेहद ज़रूरी हैं, यही असली शिक्षक हैं। उन्होंने कहा, “मैं पूरी ईमानदारी से कहूंगी, मैं अभी भी अपने माता-पिता और अपने पालतू जानवरों के साथ रहती हूँ… और मेरे लिए, यह बहुत ही अच्छा है। फिल्म इंडस्ट्री में मेरा पूरा सफ़र एक बेहतरीन समय रहा है। मुझे लगता है कि मैं बहुत धन्य हूँ। मेरे माता-पिता ने मेरे उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन मेरा मानना है कि सफलता की ओर असफलताएँ बहुत महत्वपूर्ण हैं। असफलता एक बहुत बड़ी शिक्षक है। मुझे एक शानदार सपोर्ट सिस्टम मिला है। मैं जहाँ हूँ उसके लिए आभारी हूँ, क्योंकि कई लोग सेल्युलाइड लाइफ़ जीने का इंतज़ार कर रहे हैं।”

बदलते हुए समय के साथ तुलना

श्रद्धा का मानना है कि उनके डेब्यू के बाद से इंडस्ट्री काफी बदल गई है। उन्होंने कहा कि आज वे 14 साल पहले की तुलना में ज़्यादा कमाई कर रही हैं और वेतन समानता की ओर भी बदलाव देख रही हैं। उन्होंने कहा, “मैं आज 14 साल पहले की तुलना में ज़्यादा कमा रही हूँ। लेकिन, एक वेतन समानता है, जो मुझे लगता है कि बदल रही है। एक फिल्म के निर्माण में जो भी सकारात्मक काम करने वाला है, जिस तरह से इसे बनाया जाना चाहिए, वे निर्णय निर्माताओं को लेने होंगे। यह उनका विजन है। मुझे लगता है कि कुछ ऐसे लोग हैं जिनके पास दीर्घकालिक दृष्टिकोण है और वे वास्तव में जानते हैं कि उद्योग कहाँ जा रहा है। कोई एकसमान तरीका नहीं है जिसका हर कोई पालन कर रहा है।”

पिता शक्ति कपूर से प्रेरणा

एक गैर-फ़िल्मी परिवार से बॉलीवुड तक की यात्रा

श्रद्धा ने अपने पिता शक्ति कपूर के संघर्षों और सफलता के बारे में बताते हुए कहा, “मेरे पिता एक गैर-फ़िल्मी परिवार से आते हैं। उनकी कहानियाँ बहुत ही अविश्वसनीय हैं। वे दिल्ली से आए थे। मेरे दादाजी का एक कपड़े का स्टोर था और उन्होंने मेरे पिता से कहा था, ‘तुम दिल्ली में काम करो और जो चाहो करो’। मेरे पिता ने एक ट्रैवल एजेंसी में काम किया था, लेकिन वे अभिनय करना चाहते थे। वे ट्रेन में सवार हुए और बॉम्बे आ गए। वे कहानियां मुझे अपना काम जारी रखने के लिए प्रेरित करती हैं क्योंकि मेरे पिता ने वास्तव में शुरू से ही खुद से बनाया है। मुझे लगता है कि अगर आपके सबसे करीबी लोग आपके साथ हैं, तो आप अपनी पूरी यात्रा में ठीक रहेंगे।” श्रद्धा के शब्द उनके पिता के जज़्बे और दृढ़ निश्चय को दर्शाते हैं।

श्रद्धा का फिल्मी सफ़र और भविष्य

आने वाले समय की चुनौतियाँ और संभावनाएँ

श्रद्धा के सफल करियर से साफ़ है कि वह मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य को हासिल करती हैं। उनकी उपलब्धियां सिर्फ़ उनकी प्रतिभा का ही प्रमाण नहीं, बल्कि उनके दृढ़ संकल्प और दृष्टिकोण का भी परिचायक हैं। भविष्य में, श्रद्धा द्वारा विभिन्न प्रकार की भूमिकाएँ निभाना, उद्योग में महिलाओं के लिए आगे आवाज़ उठाना, और एक प्रभावशाली अभिनेत्री के रूप में अपनी पहचान बनाए रखना जारी रखने की उम्मीद है।

प्रमुख बिंदु

  • श्रद्धा कपूर की सफलता का श्रेय उनके कड़ी मेहनत, लगन और परिवार के समर्थन को दिया जा सकता है।
  • उनकी यात्रा, उनके पिता शक्ति कपूर की प्रेरणादायक कहानी से प्रभावित रही है।
  • उन्होंने वेतन समानता और बदलते बॉलीवुड उद्योग में अपने अनुभव साझा किये हैं।
  • श्रद्धा की सफलता युवा अभिनेत्रियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।