इस दिवाली, भीड़-भाड़ से दूर, शांति और सुकून में बिताएँ! ✨
दिवाली का त्योहार आ गया है, और इस साल यह 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। लेकिन अगर आप पटाखों की आवाज़ और भीड़-भाड़ से दूर, शांत और सुंदर जगह पर दिवाली मनाना चाहते हैं, तो हम आपके लिए कुछ बेहतरीन विकल्प लेकर आए हैं! दिल्ली और नोएडा के आसपास कई ऐसी जगहें हैं जहाँ आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ एक यादगार दिवाली मना सकते हैं। आइए जानते हैं इन शानदार जगहों के बारे में:
उत्तराखंड की शांत झीलें: नौकुचियाताल
उत्तराखंड के मनमोहक नौकुचियाताल झील में अपनी दिवाली को यादगार बनाएँ। नौ कोनों वाली इस झील की खूबसूरती आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। यहाँ पर नाव की सवारी, पहाड़ी की चोटियों का मनमोहक नज़ारा, और शांत वातावरण आपको एक शांतिपूर्ण दिवाली का अनुभव देगा। भीमताल से मात्र 5 किमी दूर स्थित यह झील दिल्ली से लगभग 351.6 किमी दूर है और बस से यहाँ पहुँचने में आपको लगभग 7 घंटे लगेंगे।
नौकुचियाताल की खूबियाँ:
- शांत और सुंदर झील
- नाव की सवारी
- पहाड़ी दृश्य
- घने जंगल
- शांतिपूर्ण वातावरण
हिमालय की गोद में: मैक्लोडगंज
हिमाचल प्रदेश के मैक्लोडगंज में दिवाली की रोशनी का अनुभव करें। यह जगह अपनी शांति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जानी जाती है। ट्रेकिंग और प्रकृति के बीच, तिब्बती संस्कृति का अनुभव करें। मैक्लोडगंज, जिसे लिटिल ल्हासा भी कहा जाता है, दिल्ली से 485 किमी दूर है और बस से यहाँ तक पहुँचने में आपको 8-10 घंटे लग सकते हैं।
मैक्लोडगंज में करें:
- तिब्बती बाज़ार में खरीदारी
- पहाड़ों पर ट्रेकिंग
- धार्मिक स्थलों की यात्रा
- प्राकृतिक सुंदरता का आनंद
- शांत वातावरण
एडवेंचर और रोमांच: तीर्थन वैली
हिमाचल प्रदेश की तीर्थन वैली में एडवेंचर का मज़ा लें! 1600 मीटर से ऊपर की ऊँचाई पर बसा यह ऑफबीट डेस्टिनेशन ट्रेकिंग, फिशिंग और वाइल्ड लाइफ देखने के लिए एकदम सही है। दिल्ली से इसकी दूरी 488.2 किमी है, और बस या कार से यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है। दिल्ली से तीर्थन वैली पहुँचने में 8-10 घंटे लग सकते हैं।
तीर्थन वैली की विशेषताएँ:
- ट्रेकिंग
- फ़िशिंग
- वाइल्डलाइफ़
- साहसिक गतिविधियाँ
- सुंदर दृश्य
बर्फ से ढकी पहाड़ियाँ: मनाली
हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मनाली में दिवाली का जादू महसूस करें। बर्फीली पहाड़ियाँ, शानदार दृश्य और रोमांचक गतिविधियाँ आपको एक अद्भुत अनुभव देंगी। ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, और स्कीइंग जैसे एडवेंचर से भरपूर यह जगह दिल्ली से 537 किमी दूर है, और बस या कार से 10-12 घंटे में पहुँचा जा सकता है।
मनाली की ख़ास बातें:
- बर्फीली पहाड़ियाँ
- साहसिक गतिविधियाँ
- शानदार दृश्य
- खरीदारी और भोजन
- शांत और सुंदर वातावरण
रॉक पार्टियों और ट्रेकिंग का मिश्रण: कसोल
कुल्लू की पार्वती नदी के किनारे स्थित कसोल अपने खूबसूरत गांव और उत्सवों के लिए जाना जाता है। रूफटॉप डांस पार्टी और बोनफायर के साथ कसोल में दिवाली मनाना आपके लिए यादगार हो सकता है। आप यहाँ से ट्रेकिंग करके खीरगंगा, तोश और मलाणा जैसे स्थानों पर भी जा सकते हैं। कसोल दिल्ली से लगभग 550 किमी दूर है और वहाँ तक पहुँचने में आपको करीब 12 घंटे लग सकते हैं।
कसोल में:
- रूफटॉप पार्टियाँ
- बोनफायर
- ट्रेकिंग
- अनोखा वातावरण
हिमालयी दृश्यों की छटा: कौसानी
उत्तराखंड का कौसानी एक शांत हिल स्टेशन है जहाँ आप हिमालय की मनोरम चोटियों का दीदार कर सकते हैं। सुंदर मौसम और शांतिपूर्ण माहौल के साथ दिवाली मनाने का यह एक बेहतरीन स्थान है। अनाशक्ति आश्रम, कौसानी टी एस्टेट और बैजनाथ मंदिर यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं। कौसानी दिल्ली से 300-350 किमी दूर है और वहाँ तक पहुँचने में आपको 6-8 घंटे लग सकते हैं।
कौसानी की ख़ास बातें:
- शांतिपूर्ण माहौल
- हिमालयी दृश्य
- अनेक आकर्षण स्थल
- आरामदायक वातावरण
Take Away Points:
- दिवाली की भीड़-भाड़ से बचने के लिए ये जगहें बेहतरीन हैं।
- हर जगह अपनी अलग ख़ासियत और आकर्षण है।
- अपनी पसंद और बजट के हिसाब से जगह चुनें।
- यात्रा की अच्छी योजना बनाएँ।