लाइफस्टाइल- गांव में रहना यानी सुकून को स्पर्श करने जैसा है। सुबह की ताजा हवा, जलेबी का नाश्ता साथ में समोसे का होना कम्पलसरी। देरी से उठने पर डांट रात को समय पर सोना, बिना स्नान के किचन में प्रवेश वर्जित, मोबाइल चलाने पर बुजुर्गों का कहना घुस जाओ वहीमा पता नही का देखे ख़ातिन इतना व्याकुलान हैं कि पूजा पाठ करे की फुर्सत नहीं बा और फिर सबका साथ मे बैठ कर घण्टो किसी विषय पर चर्चा करना।
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