वैसे तो हिचकी आना एक नैचरल प्रोसेस है और ये कभी भी और किसी को भी आ सकती है। लेकिन अगर हिचकी लंबे समय तक जारी रहे और बंद ही ना हो तो पीड़ित व्यक्ति को खीझ आने लगती है और वह हिचकी से छुटकारा पाने के लिए हर संभव कोशिश करने लगता है। आज हम आपको बता रहे हैं हिचकी कितने तरह की होती है, आखिर क्यों आती है हिचकी और कुछ आसान घरेलू नुस्खे जो हिचकी आने पर आपके काम आएंगे…
…तो इसलिए आती है हिचकी
मेडिकल शब्दों में बात करें तो जब हमारे शरीर का डायफ्राम यानी मध्यच्छद झिल्ली सिकुड़ती है तो हमारे वोकल कॉर्ड्स यानी लैरिंग्स बंद हो जाते हैं जिससे हिचकी की आवाज आती है। हिचकी मुख्य रूप से 3 तरह की होती है-तेज हिचकी- 48 घंटे से कम समय के लिए रहती हैनिरंतर हिचकी- 2 दिन से ज्यादा समय के लिए रहती हैप्रचंड हिचकी- 1 महीने या इससे ज्यादा समय के लिए रहती है
इन वजहों से आती है हिचकी
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का सेवन करना, बहुत ज्यादा ऐल्कॉहॉल पीना, अगर व्यक्ति आंत या भोजन नलिका से जुड़ी बीमारी से पीड़ित हो, बहुत ज्यादा सोडा पीना, डायफ्राम को कंट्रोल करने वाली नसों से जुड़ी कोई बीमारी हो, पेट में गैस हो गई हो जो डायफ्राम को दबा रही हो… इन सारी वजहों से भी हिचकी आती है।
हिचकी को आने से कैसे रोक सकते हैं
लंबे समय तक हिचकी आती रहे तो आपकी नींद और खाना खाने का पैटर्न डिस्टर्ब हो जाता है जिस वजह से डिहाइड्रेशन और वेट लॉस तक की दिक्कत हो सकती है। लिहाजा, तापमान में अचानक होने वाले बदलाव से बचें, बहुत ज्यादा ठंडे पानी से गार्गल करने से बचें और बहुत ज्यादा जल्दी और तेजी से खाना खाने से बचें। इन चीजों पर नियंत्रण कर आप हिचकी को रोक सकते हैं।
हिचकी के लिए घरेलू नुस्खे आजमाएं
– 1 गिलास पानी पिएं लेकिन जल्दी-जल्दी ताकि डायफ्राम में होने वाली इरिटेशन को रोका जा सके।- 1 चम्मच चीनी खा लें। ऐसा करने से वेगस नर्व उत्तेजित हो जाती है और आपका शरीर हिचकी को भूल जाता है।- नींबू के रस का सेवन करें। इससे भी पेट में मौजूद ऐसिड न्यूट्रलाइज होता है और हिचकी रुक जाती है।- जीभ पर 1 बूंद विनिगर की डालें। विनिगर भी खट्टा होता है और हिचकी को रोकता है।- बेहद धीरे-धीरे और कंट्रोल्ड तरीके से सांस लें और इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं।- सांस छोड़ते वक्त आगे की ओर झुक जाएं और अपनी छाती को थोड़ा कम्प्रेस कर लें, इससे भी हिचकी रुक जाएगी।