वर्कआउट के बाद बॉडी में थोड़ा बहुत दर्द होना आम है, खासकर जब आपने कोई नया वर्कआउट ट्राई किया हो या वर्कआउट करने का टाइम पीरियड बढ़ा दिया हो। हालांकि, अगर यह दर्द पेट में हो रहा है और काफी दिनों तक ठीक नहीं होता, तो जरूरी है इसके पीछे की वजहों को जानना, जानिए इस तरह के दर्द के पीछे की कुछ कॉमन वजहें…
हार्टबर्न और रीफ्लक्स
कुछ इंटेंस वर्कआउट, जिनमें एब्स की मसल्स पर असर पड़ता है, आपकी बॉडी के एसिडिक फ्लो को डिस्टर्ब कर देती है। उन लोगों के लिए यह आम बात है, जो पहले से ही किसी रीफ्लक्स प्रॉब्लम का सामना कर रहे हैं। जब एक्सरसाइज के चलते आपकी बॉडी के अंदर फ्लूइड हिल जाते हैं तो आपको हार्टबर्न या पेट दर्द जैसी प्रॉबलम्स होती हैं। ऐसी शिकायत जॉगिंग या एरोबिक्स करते वक्त भी हो सकती है।
मसल्स में कोई परेशानी
अगर आप अच्छी तरह से वॉर्मअप नहीं कर रहे हैं या अपने फिटनेस लेवल से ज्यादा मुश्किल एक्सरसाइजेस कर रहे हैं तो पेट की कुछ मसल्स को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में, वॉर्मअप ज्यादा वक्त के लिए करें और इस तरह की दर्दनाक सिचुएशन से खुद को बचाने के लिए एक्सरसाइज ज्यादा न करें। वैसे तो कसरत के दौरान या बाद में बॉडी में किसी भई मसल में दर्द हो सकता है, पर इसके पीछे की कुछ खास वजहें डिहाइड्रेशन, मिनरल्स की कमी और मसल्स में ऑक्सीजन की कमी भी हो सकती है। कुछ पेट की एक्सरसाइज जैसे क्रंचेस वगैरह ज्यादा न करें और इनकी ड्यूरेशन कम कर दें। एक्सरसाइज के दौरान और उसके बाद अच्छी क्वांटिटी में लिक्विड ड्रिंक्स पिएं।
टेम्प्रेचर में बदलाव होना
आपकी बॉडी या पेट में दर्द होने की एक वजह जिम में लगा एसी या ठंडा माहौल भी हो सकता है। अगर आप किसी ठंडी जगह पर वर्कआउट करते हैं, तो इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन अच्छआ नहीं होगा, जिसके चलते मसल्स जल्दी थक जाती हैं। तो नॉर्मल टेम्प्रेचर वाली जगह पर ही वर्कआउट करें।
खाने के बाद एक्सरसाइज
अगर कुछ खाने के तुरंत बाद एक्सरसाइज करते हैं, तो भी पेट दर्द होने लगता है। ऐसा करने से बॉडी कन्फ्यूज हो जाती है। वह आपके डाइजेशन को छोड़कर मसल्स की ओर ध्यान देने लग जाती है। ऐसे में, पेट भी फूल सकता है, इसलिए खाने के तुरंत बाद एक्सरसाइज न करें। अच्छा होगा कि खाने और एक्सरसाइज के बीच में लगभग 2 घंटे का गैप हो। वर्कआउट करने से पहले आप क्या खाते हैं, यह भी बहुत अहम होता है। अगर आप कोई ऐसी चीज खाते हैं, जो हेल्दी नहीं है, तो भी पेट दर्द होने लगता है। अगर आप किसी मैराथन या हाई इंटेंसिटी वर्कआउट के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं, तो न्यूट्रीशियस डाइट लें। अलग-अलग न्यूट्रिएंट्स को पचने में अलग वक्त लगता है। कार्बोहाइड्रेट जल्दी पच जाते हैं, जबकि फाइबर, प्रोटीन और फैट वाली डाइट को पचने में ज्यादा वक्त लगता है।
पानी कम पीने के चलते
वर्कआउट करने के बाद पसीने के तौर पर बॉडी से पानी और लिक्विड्स काफी निकल जाते हैं। हालांकि, आपके डिहाइडेट होने का लक्षण सिर्फ यही नहीं होता कि आपको प्यास लग रही है, बल्कि पेट में भी दर्द होने लगता है। यूरिन का रंग भी बदल जाता है, इसलिए अच्छी क्वांटिटी में पानी पिएं और खुद को हाइड्रेट रखें।