पहले के जमाने में लोग पानी पीने और उसे स्टोर करने के लिए मिट्टी के घड़ों का इस्तेमाल करते थे। मिट्टी का प्राकृतिक गुण होता है कि वो सारी गदंगी को अपने में समेट लेती है और खुद साफ रहती है। किसी भी प्रकार की गंदगी को आप मिट्टी में दबा दें और पाएंगे कि वो कुछ दिनों बाद खुद-ब-खुद उसमें समाहित हो जाती है। बस ऐसे ही अगर आप मिट्टी के घड़े का इस्तेमाल पानी पीने के लिए करेंगे तो सेहतमंद रहने के साथ ही कई प्रकार की बीमारियों से भी बचे रहेंगे।
मेटाबॉलिज्म सुधारता है
मिट्टी के बर्तन में पानी पीने से बॉडी में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बना रहता है वहीं प्लास्टिक की बोतल में पानी पीते रहने से इसका लेवल लगातार कम होता जाता है। टेस्टोस्टेरोन, पुरुषों में प्रजनन संबंधी टेस्टिस और प्रोस्ट्रेट के विकास के लिए बहुत ही जरूरी होता है। मिट्टी के बर्तन में रखा पानी हमेशा ठंडा ही होता है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है।
हेल्दी रखता है
मिट्टी कई तरह के मिनरल्स और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एनर्जी से भरपूर होती है। तो इसमें पानी रखने से इसके सारे जरूरी तत्व पानी में धीरे-धीरे मिक्स होते रहते हैं। जो सेहत के लिए हर तरीके से हैं फायदेमंद।
पानी को रखता है ठंडा
बहुत ज्यादा ठंडा पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है लेकिन गर्मियों में फ्रिज का ठंडा पानी पीकर ही प्यास बुझती है। बेहतर होगा आप घर में मिट्टी का घड़ा रखें। मिट्टी में बहुत ही बारीक छिद्र होते हैं जो वाष्पीकरण का काम करते हैं। इस वजह से इसमें रखा पानी हमेशा ही ठंडा रहता है और सेहत के लिए फायदेमंद भी।
पीएच बैलेंस रखता है मेनटेन
मिट्टी में एल्काइन मौजूद होता है जो पानी का पीएच बैलेंस करता है। यही वजह है कि मटके में रखा पानी हर तरह से फायदेमंद है। पेट से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए मिट्टी के घड़े में रखा पानी इस्तेमाल करें।