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हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। आज 19 मार्च 2021 और दिन शुक्रवार है। आज गोरूपणी षष्ठी है। आज दोपहर से रवि योग लग रहा है। आज के दिन भगवान कार्तिकेय की विधि विधान से पूजा की जाती है। उनको स्कंद कुमार भी कहा जाता है, इसलिए यह स्कंद षष्ठी भी कहलाती है। वैसे शुक्रवार के दिन आपको मां दुर्गा, माता लक्ष्मी और शीतला माता की आराधना करनी चाहिए। इन तीन देवियों की कृपा से आपको धन, समृद्धि, आरोग्य और शक्ति प्राप्त हो सकती है। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

आज का पंचांग

दिन: शुक्रवार, फाल्गुन मास, शुक्ल पक्ष, षष्ठी तिथि।

आज का दिशाशूल: पश्चिम।

आज का राहुकाल: प्रात: 10:30 बजे से 12:00 बजे तक।

आज का पर्व एवं त्योहार: गोरूपणी षष्ठी।

विक्रम संवत 2077 शके 1942 उत्तरायन, दक्षिणगोल, वसंत ऋतु फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी 28 घंटे 49 मिनट तक, तत्पश्चात् सप्तमी कृतिका नक्षत्र 13 घंटे 44 मिनट तक, तत्पश्चात् रोहिणी नक्षत्र विषकुंभ योग 10 घंटे 59 मिनट तक, तत्पश्चात् प्रीति योग वृष में चंद्रमा।

सूर्योदय और सूर्यास्त

आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 06 बजकर 26 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को ठीक 06 बजकर 32 मिनट पर होगा।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

आज का चंद्रोदय सुबह 09 बजकर 50 मिनट पर होगा। चंद्र का अस्त आज देर रात 11 बजकर 51 मिनट पर होगा।

आज का शुभ समय

अभिजित मुहूर्त: आज दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक।

रवि योग: आज दोपहर 01 बजकर 44 मिनट से 20 मार्च को सुबह 06 बजकर 25 मिनट तक।

अमृत काल: आज दिन में 11 बजकर 01 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक।

विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से दोपहर 03 बजकर 18 मिनट तक।

आज फाल्गुन शुक्ल षष्ठी है। आज शुक्रवार के दिन दुर्गा चालीसा, देवी पुराण, दुर्गा मन्त्र और माता लक्ष्मी तथा शीतला माता के मंत्रों का जाप करना अत्यंत शुभ माना जाता है। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।