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इन यौन रोगों से बचाएगा डेंटल डैम यानी मुंह का कॉन्डम
ओरल सेक्स के दौरान अगर सावधानी न बरती जाए तो एचआईवी, साइफिलिस, गोनोरिया, एचपीवी और वायरल हेपेटाइटिस जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए ओरल सेक्स के दौरान भी कॉन्डम इस्तेमाल करना चाहिए। हालांकि ओरल सेक्स के लिए एक अलग तरह का कॉन्डम यूज किया जाता है, जिसे डेंटल डैम कहा जाता है। इसे हम ‘मुंह का कॉन्डम’ भी कह सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में
क्या होता है डेंटल डैम या मुंह का कॉन्डम?
डेंटल डैम यानी मुंह का कॉन्डम काफी पतला और छोटा होता है जोकि पॉलियूरीथेन या लेटेक्स का बना होता है। चूंकि इसका इस्तेमाल मुंह में किया जाता है इसीलिए इसे ‘मुंह का कॉन्डम’ का जाता है। यह कॉन्डम ओरल सेक्स के दौरान फैलने वाले यौन रोगों से बचाव करता है।
असहज लेकिन सही चुनाव है डेंटल डैम
अन्य कॉन्डम की तरह डेंटल डैम कॉन्डम को भी सावधानीपूर्वक और सही तरीके से इस्तेमाल की जरूरत होती है। शुरुआत में इन्हें यूज करने में थोड़ा सा असहज भले ही लगे लेकिन वास्तव में यह बड़े ही काम की चीज है।
ऐसे करें यूज
सबसे पहले डेंटल डैम पर लगे पाउडर को साफ करें और देखें कि कहीं उसमें किसी तरह का छेद या डिफेक्ट तो नहीं है। अब ओरल ऐक्ट परफॉर्म करने से पहले ल्यूब का यूज करें। हालांकि ध्यान रखें कि यह ल्यूब वॉटर बेस्ड हो क्योंकि ऑइल बेस्ड लुब्रिकेंट्स से लेटेक्स का बना कॉन्डम खराब हो जाता है। मुंह के कॉन्डम को एक ही तरफ से इस्तेमाल करें।
बरतें ये सावधानियां
अगर अलग-अलग बॉडी पार्ट्स में ओरल ऐक्ट परफॉर्म करना है तो फिर हर पार्ट के लिए अलग डेंटल डैम का यूज करें। मुंह के कॉन्डम को इस्तेमाल के बाद तुरंत डिस्पोज करें और उसे गलती से भी दोबारा यूज करने का न सोचें।