नई दिल्ली। भारतीय विवाहों में असुरक्षा की भावना बढ़ी है। एक नए सर्वेक्षण से पता चलता है कि 45 फीसदी भारतीय गोपनीय तरीके से अपने साथी के फोन की जांच करना चाहते हैं और 55 प्रतिशत पहले ही ऐसा कर चुके हैं। हॉटस्टार ‘आउट ऑफ लव’ सर्वे के अनुसार, धोखा खाने से सबसे अधिक डर उत्तर भारत (32 प्रतिशत) और पूर्वी भारत (31 प्रतिशत) में है, जबकि पश्चिम और दक्षिण में यह डर औसतन 21 प्रतिशत है। ऐसा शक सबसे अधिक जयपुर, लखनऊ और पटना में है, जबकि बेंगलुरू और पुणे में सबसे कम है।
सर्वे में आगे बताया गया है कि सर्वे में भाग लेने वाले मुंबई और दिल्ली के अधिकतर लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने अपने साथी की जानकारी के बिना उनके फोन की जांच की है। दिलचस्प बात यह है कि जहां प्रेम विवाह करने वालों में ऐसा करने वाले 62 प्रतिशत हैं, वहीं परिजनों की रजामंदी से विवाह करने वाले केवल 52 प्रतिशत लोगों ने ऐसा किया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक शक करती हैं, क्योंकि पुरुषों की तुलना में अधिकतर महिलाओं ने अपने जीवनसाथी के फोन चेक किए हैं।
लाइफ कोच, चिकित्सक और क्वांटम मेडिसिन डॉक्टर रेमन लाम्बा ने कहा, “ऐसा होने के कई कारण होते हैं, कई पर यह केवल शारीरिक जरूरतों के चलते होता है और कभी अधिक भावनात्मक रिश्ते के कारण। धोखा योजना बनाकर नहीं दिया जाता है।”
जैसा कि सोशल मीडिया निजी समय पर हावी है, 16 प्रतिशत उत्तरदाता सोशल मीडिया की बेवफाई से परेशान हैं।
इसलिए चार में से एक विवाहित भारतीय ने धोखे की वजह बहुत अच्छा नहीं होना माना और पांच में से एक ने कहा कि उनका जीवनसाथी उनसे प्यार नहीं करता था। अन्य मुख्य कारणों में लोगों ने बोरियत, वित्तीय और जीवनशैली की समस्याएं को गिनाया है।