ऑफिस और घर की भाग दौड़ के चलते हम अपनी दैनिक आदतों में बहुत बदलाव कर लेते हैं। जल्दबाजी में ना हम भरपूर पोषक आहार ले पाते हैं और ना ही नियमित व्यायाम कर पाते हैं। इसके अलावा कम नींद लेना भी हमारी खराब हो चुकी लाइफस्टाइल का हिस्सा है। जिसका बुरा असर हमारी सेहत पर देखने को मिलता है। तरह-तरह की बीमारियां, आंख के नीचे डार्क सर्कल्स, और भी बहुत सारी स्वास्थ्य और स्किन से जुड़ी समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
एक पुरानी कहावत है, अगर आपको अच्छी नींद आती है, तो समझिए कि आपके साथ सब ठीक है। यह बात कई वैज्ञानिक शोधों में प्रमाणित हो चुकी है कि भरपूर नींद लेने से आप ज्यादा स्वस्थ और सुंदर हो सकते हैं। गहरी नींद सोने वाला व्यक्ति दिन भर तरोताजा महसूस करता है और उसका मन भी प्रसन्न रहता है। आइए हम आपको बताते हैं कि भरपूर नींद लेने के क्या फायदे हैं-
वजन रहता है नियंत्रित
कम सोने वालों की अपेक्षा ज्यादा और बिना किसी चिंता के दिमाग शांत कर के सोने वालों का वजन संतुलित रहता है। रिसर्च से यह बात सामने आई है कि पांच घंटे की नींद लेने वाले लोगों में भूख बढ़ाने वाले हार्मोन्स 15 प्रतिशत अधिक रिलीज होते हैं जिससे उनके वजन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। जबकि आठ घंटे पूरी नींद लेने वालों में हार्मोन्स की यह मात्रा सामान रहती है।
काम करने की स्पीड पर पड़ता है प्रभाव
रात में कम लेने वालों के काम करने की क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। गहरी नींद लेने वाले दूसरे दिन चुस्ती और ताजगी महसूस करते हैं। साथ ही शरीर में रोगों से लड़ने वाली कोशिकाएं भलीभांति काम करती हैं। जिससे काम करने की क्षमता बढ़ जाती है।
अच्छी होती है याद्दाश्त
पर्याप्त नींद लेने का सकारात्म्क असर याद्दाश्त पर भी पड़ता है। 8 घंटे की नींद सोने वाले लोग सीखी हुई चीजों को अच्छी तरह से याद रख पाते हैं। जबकि देर रात तक काम करने वाले लोगों की सोचने की क्षमता कम हो जाती है। तो समय के साथ आपकी याद्दाश्त को सही रखना हो तो भरपूर नींद लेना शुरू कर दीजिये।
बीमारियों से बचाव
गहरी नींद सोकर उठने पर आप स्वयं को तरोताजा तो महसूस करते ही हैं, साथ ही शरीर में रोगों से लड़ने वाली कोशिकाएं भलीभांति काम करती है। जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। भरपूर नींद सोने वालों में सर्दी जुकाम और अल्सर जैसी बीमारियां भी कम होती हैं।
बच्चों की मानसिकता पर प्रभाव
पर्याप्त नींद न लेने से किशोरों में डिप्रेशन और आत्मविश्वास की कमी आ जाती है। आठ घंटे से कम नींद लेने वाले किशोरों में सिगरेट और शराब की लत ज्यादा पाई जाती है। साथ ही कम नींद लेने वाले विद्यार्थी बात-बात पर उग्र होकर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। जबकि पर्याप्त नींद लेने वाले किशोर इन सब से दूर रहते है।
इसके अलावा भरपूर नींद ना लेने से आंखो में सूजन होना, स्मरण शक्ति में कमी आना, आलस्य, थकान, तनाव, कमजोरी, डायबिटीज, मोटापा, और हाई ब्ल्डप्रेशर आपको घेर सकती हैं इसलिए स्वस्थ रहने के लिए भरपूर नींद लेने बेहद जरूरी है। सारी चिंताओं, परेशानियों, तनाव आदि से दूर रहकर आप को अच्छी नींद लेनी चाहिए।