समुद्र शास्त्र में शरीर की इन बनावट और अंगों से मनुष्य के स्वभाव का पता चलता है। खासकर महिलाओं के शरीर की बनावट और उनके कुछ अंगों पर उनके पति का भाग्य जुड़ा होता है। किसी भी औरत के शरीर और उसके अंगों की बनावट का धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत महत्व होता हैं।
वे महिलाएं भाग्यशाली होती है। जिनके अंग समुद्र शास्त्र की बनावट के अनुसार होते हैं। इसलिए जीवनसाथी की तलाश में अगर आप है तो इन बातों पर जरूर गौर फरमाएं।
पति-पत्नी में प्रेम
अगर आपकी शादी ऐसी लड़की से हुई है जिसकी कनिष्ठा उंगली अनामिका से बड़ी है तो समझ लीजिए आप भाग्यशाली पति की श्रेणी में आते हैं। लेकिन अनामिका अगर बीच की उंगली से छोटी है तो फिर पति-पत्नी में प्रेम का आभाव रहता है और रिश्तों में खींचतान बनी रहती है।
महिलाएं की मांग
आजकल फैशन के चक्कर में महिलाएं सीधी की जगह टेढ़ी मांग निकालती है और उसी में सिंदूर लगाती है। जो धार्मिक दृष्टि से सही नहीं हैं। सीधी मांग से पति की आयु लंबी तो होती है। साथ ही संबंधों में प्यार व सम्मान भी रहता है। टेढ़ी मांग से शादीशुदा जीवन पर भी असर पड़ता है। बहुत सी स्थितियों मे तलाक तक की नौबत आ जाती है।
लड़की की चाल पर पति का भाग्य
पत्नी हो या कोई भी लड़की उसकी चाल पर पति का भाग्य टिका होता है। अक्सर आपने देखा होगा जो लड़कियां पैर उठाकर चलती है उन्हें मना किया जाता है। क्योंकि इससे लड़कियां अपना तो बुरा करती हैं अपने से जुड़े लोगों का भी जीवन तबाह कर देती है। इसलिए हर औरत को अपनी चाल पर खास तौर से ध्यान देना चाहिए। पति की किस्मत पत्नी की चाल पर टिकी होती है। जिस भी महिला की चाल सामान्य होती है वो परिवार के लिए खुशहाली लेकर आती है।
पति रहते हैं गुलाम
किसी भी महिला का सुंदर और सौम्य चेहरा सभी को आकर्षित करता है। समुद्रशास्त्र में कहा गया है कि महिला का चेहरा चिकना होना चाहिए और चेहरे पर बाल नहीं होने चाहिए। जिस महिला के चेहरा पर बाल होते हैं वो गुस्सैल स्वभाव की होती है। घर में इनकी चलती है। पति को इनकी सुननी पड़ती है।