महिलाओं को कई बार पर्सनल प्रॉब्लम का भी सामना करना पड़ता है। इन्हीं में से एक है ब्रैस्ट पेन यानि स्तनों का दर्द। स्तनों में होने वाले दर्द को मास्घ्टालजिया भी कहा जाता है। हर लड़की को इस परेशानी से गुजरना पड़ता है। इसके सामान्य लक्षण हैं ब्रैस्ट में हल्का दर्द,भारीपन,जकड़न,जलन आदि।
वैसे तो इसे आम माना जाता है लेकिन कुछ औरतों को मासिक धर्म आने से पहले या बाद में,गर्भावस्था के दौरान और युवावस्था में भी स्तनों में दर्द की समस्या से जूझना पड़ता है। इस समय महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन के स्तर में उतार-चढ़ाव के कारण ऐसा होता है। इससे राहत पाने के लिए सबसे पहले इसको कारणो को जानना बेहद जरूरी है। तभी इसका इलाज भी हो सकता है।
1. हार्मोंस में बदलाव
स्तनों में दर्द होने का सबसे बड़ा कारण शरीर में हार्मोंस का बदलना है। यह परेशानी पीरियड्स आने के हफ्ता या 2-3 दिन पहले होती है। अगर इस दर्द का संबंध मासिक धर्म चक्र से हो, तो इसे साइक्लिकल मास्टालजिया कहा जाता है। तनाव और मानसिक परेानशानी के कारण भी हार्मोंस में बदलाव आना शुरू हो जाता है, जिससे ब्रैस्ट में दर्द होने लगता है।
3. दवाओं का सेवन
औरतों को सबसे ज्यादा इस बात का फिक्र सताता है कि कहीं वे अनचाही प्रैग्नेंसी का शिकार न हो जाए। इसके लिए वे आई पिल या फिर दूसरे गर्भ निरोधक का सहारा लेती हैं। बर्थ कंट्रोल और हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी ऐसी दवाएं हैं जिनके साइड इफैक्ट से स्तनों में दर्द होना शुरू हो जाता है। इन दवाओं को असर हार्मोस पर भी पड़ता है। इसके अलावा कई और भी बहुत सी दवाएं खाने से स्तनों में कोमलता बननी शुरू हो जाती है, जो दर्द का कारण बनती है।
4. कैफीन का सेवन
कुछ औरते जरूरत से ज्यादा चाय,कॉफी,सोडा,चॉकलेट जैसी चीजों का सेवन करती हैं। कैफीन युक्त ये पदार्थ भी स्तनों में दर्द का कारण बनते हैं। आप भी इस आदत का शिकार हैं तो धीरे-धीरे अपना आदत को बदलने की कोशिश करें।
5. स्तन अल्सर
औरतों की ब्रैस्ट में तरल पदार्थ से भारी थैलियों को स्तन अल्सर के नाम से जाना जाता है। इसे गोल या अंडाकार के रूप में महसूस किया जा सकता है। मेनोपोज से जूझ रहीं महिलओं को स्तन अल्सर में आए बदलाव के कारण भी दर्द से गुजरना पड़ता है।
6. ब्रा का गलत साइज
ब्रैस्ट में दर्द होने का एक कारण गलत फिटिंग का ब्रा पहनना भी है। ब्रा का टाइट होना या फिर कप का गलत साइज पहनने से भी यह परेशानी हो सकती है।
7. जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज
एक्सरसाइज के दौरान आरामदायक कपड़े पहनना बहुत जरूरी है। इस समय पुश अप ब्रा पहनने से भी दर्द होना शुरू हो जाता है। वर्कआउट कर रही हैं तो सिर्फ स्पोर्टस ब्रा ही पहनें।
8. अन्य कारण
अपनी सेहत को स्वस्थ रखने के लिए ब्रैस्ट में हुए बदलाव पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी है। इन कारणों को अलावा भी अगर दर्द हो रहा है, किसी तरह की गांठ महसूस हो रही है,चिपचिपा पदार्थ निकल रहा है, सूजन या फिर लालगी बना रहती है तो डॉक्टरी जांच करवाना बहुत जरूरी है।
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