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नई दिल्ली। आजकल हर कोई फिट रहना चाहता है। हालांकि, खराब दिनचर्या, अनुचित खानपान और तनाव के चलते लोग ऐसा करने में सफल नहीं हो पाते हैं। इससे लोग कम उम्र में ही बूढ़े दिखने लगते हैं। कम उम्र में बूढ़ा दिखना चिंता का विषय है। इसके संकेत शरीर में बदलाव से मिलते हैं। अगर आपको नहीं पता है, तो आइए जानते हैं कि शरीर में कौन से बदलाव बूढ़े होने के संकेत हैं और कैसे निजात पाएं-

 क्या है संकेत

-अगर कमर में पेंट टाइट होने लगे और घुटनों पर सही रहे, तो यह बुढ़ापे का संकेत है।

-अगर आप अपने बैग का भार उठा नहीं पाते हैं अथवा उठाने में थक जाते हैं, तो यह भी बुढ़ापे का लक्षण है।

-आलस आना

-एक्टिव न रहना

-सुस्त हो जाना

-फिजीकल काम करने से कतराना

ये सभी संकेत बताते हैं कि आप बुढ़ापे की ओर अग्रसर हैं।

कैसे पाएं निजात

अपनी डाइट में फाइबर युक्त फल, सब्जियां, ओटस्, नट्स आदि चीजों को जरूर शामिल करें। इनके सेवन से आंत मजबूत  होते हैं। फाइबर कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम और ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है। इससे वजन भी संतुलित रहता है। साथ ही फोलेट और विटामिन बी का सेवन करें। इससे मस्तिष्क सेहतमंद रहता है। साबुत अनाजों का सेवन अधिक से अधिक करें। इससे कैंसर जैसी बीमारी हमेशा दूर रहती है। इसके लिए आप दलिया, क्विन्वा,सूजी और दाल का सेवन कर सकते हैं।

पानी खूब पिएं

हमेशा शरीर हाइड्रेट रखें। पाचन तंत्र को सुचारू ढंग से चलाने के लिए रोजाना कम से कम 2 से 3 लीटर पानी जरूर पिएं। इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाता है और शरीर का प्यूरिफाई हो जाता है। इसके अतिरिक्त शरीर का तापमान भी नियंत्रित रहता है।

फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें

आधुनिक समय में सेहतमंद रहने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी है। इससे हड्डियां और जॉइंट्स मजबूत होते हैं। साथ ही ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। फिजिकल एक्टिविटी करने से तनाव का खतरा कम रहता है। इसके लिए हफ्ते में कम से कम डेढ़ सौ मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।

मेडिटेशन करें

आजकल लोग तनाव भरी जिंदगी जीने लगे हैं। इससे बचने के लिए रोजाना सुबह में मेडिटेशन अथवा योग जरूर करें। विशेषज्ञों की मानें तो तनाव से डीएनए पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके लिए रोजाना कम से कम 10 मिनट मेडिटेशन जरूर करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।