कोरोना वायरस का अबतक कोई इलाज संभव नहीं हो पाया है. कई देश इसके परीक्षण में जुटे हुए हैं । हालांकि, इसका जांचने करने वाले किट का निर्माण कई देशों ने कर लिया है। भारत में पुणे की मायलैब डिस्कवरी पहली ऐसी फ़र्म है जिसे टेस्टिंग किट तैयार करने और उसकी बिक्री करने की अनुमति मिली है।
मायलैब डिस्कवरी में मॉलिक्यूलर डायगनॉस्टिक कंपनी, एचआईवी, हेपाटाइटिस बी और सी सहित अन्य बीमारियों के लिए भी टेस्टिंग किट तैयार करती है । कंपनी का दावा है कि वह एक सप्ताह के अंदर एक लाख कोविड-19 टेस्ट किट की आपूर्ति कर देगी और ज़रूरत पड़ने पर दो लाख टेस्टिंग किट तैयार कर सकती है।
मायलैब की प्रत्येक किट से 100 सैंपलों की जांच हो सकती है. इस किट की कीमत 1200 रुपये है, जो विदेश से मंगाए जाने वाली टेस्टिंग किट के 4,500 रुपये की तुलना में बेहद कम है । लेकिन, विदेशों में इसका उत्पादन भारी मात्रा में हो रहा है। आज हम आपको बताने वाले हैं कैसे इस किट को तैयार किया जा रहा है और कौन सी कंपनी प्रतिदिन 3.5 लाख किट तैयार कर रही हैं।
कंपनी प्रतिदिन 3.5 लाख किट का कर रही उत्पादन
दरअसल, COVID-19 की जांच करने वाली किट को दक्षिण कोरियाई में भारी मात्रा में उत्पादन किया जा रहा है। दक्षिण कोरियाई की एक कंपनी एसडी बायोसेंसर हर दिन 3.5 लाख किट बना रही है। ऐसे महामारी के समय इस कंपनी का यह योगदान काफी अहम बताया जा रहा है । हालांकि, यह किट भारत में बन रहे किट से थोड़ा महंगा होता है।
सफेद सूट में दिख रहे कर्मचारी उत्पादन में जुड़े हैं। जहां मशीनें 2.5 प्रति सेकंड की दर से परीक्षण किटों को पंप करती हैं. आपको बता दें कि यह कंपनी महामारी की गंभीरता को देखते हुए जनवरी से ही किट निमार्ण शुरू कर दी थी।
एसडी बायोसेंसर दक्षिण कोरिया की उन पांच कंपनियों में से एक है – जो अपने देश में महामारी का पता लगाने के लिए तीन फार्मूला पर काम कर रही है। “ट्रेस, टेस्ट एंड ट्रीट” के प्रयास से ही दक्षिण कोरिया में यह वायरस नियंत्रण हो पाया है।
यह कंपनी सियोल के दक्षिण में चोंग्जू में स्थापित है. फिलहाल, यह कंपनी एक दिन में 350,000 किट बना रही है. और प्रबंधकों की मानें तो अगले महीने 24 घंटे के संचालन को शुरू करने की योजना है। जिसके बाद दैनिक उत्पादन एक मिलियन से अधिक तक ले जाने का टारगेट है।
कंपनी पहले से ही जर्मनी, ईरान, भारत और इटली सहित आठ देशों को निर्यात कर रही है, और लगभग 60 से अधिक के साथ चर्चा कर रही है, जिसका नेतृत्व संयुक्त राज्य अमेरिका कर रहा है । इस किट को उत्पादन से पहले और बाद में भी कई तरीकों से जांचा जाता है।