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भारत में 1 मई से 18+ लोग भी कोरोना की वैक्सीन लगवा सकेंगे। जिसका रजिस्ट्रेशन 28 अप्रैल से शुरू हो रहा है। तो आइए जानते हैं वैक्सीन से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियां। कितनी असरदार हैं ये वैक्सीन, किसने बनाया है इन्हें, दूसरा डोज कब ले सकेंगे और साथ ही इनसे होने वाले साइड इफेक्ट्स भी।

कोवैक्सीन

किसने बनाया- आईसीएमआर- भारत बायोटेक ने मिलकर बनाई। हैदराबाद में बन रही है।

वैक्सीन टाइप– इनएक्टिवेटेड

इफेक्टिवनेस कितनी है- 81.3%

45 प्लस के लिए कीमत- सरकारी अस्पतालों में फ्री, प्राइवेट में 250 रुपए

18-44 साल उम्र वालों के लिए प्रति डोज कीमत- 24 राज्यों में मुफ्त लगाई जाएगी। राज्यों को कंपनी से यह वैक्सीन 600 रुपए में मिलेगी और प्राइवेट में 1200 रुपए में मिलेगी।

साइड इफेक्ट्स- इंजेक्शन की जगह पर दर्द, सिरदर्द, थकान, जोड़ों में दर्द, बुखार, कमजोरी, उल्टी।

कोवीशील्ड

किसने बनाया- ऑक्सफोर्ड- एस्ट्रोजेनेका ने बनाई। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में बन रही है।

वैक्सीन टाइप- नॉन रेप्लिकेटिंग वायरल वेक्टर

इफेक्टिवनेस कितनी है- 70%

45 प्लस के लिए कीमत- सरकारी अस्पतालों में फ्री, प्राइवेट में 250 रुपए

18-44 उम्र वालों के लिए प्रति डोज कीमत- 24 राज्यों में मुफ्त लगाई जाएगी। राज्यों को कंपनी से ये वैक्सीन 400 रुपए में व प्राइवेट में 600 में

साइड इफेक्ट्स- इंजेक्शन की जगह पर सूजन, सिरदर्द, थकान, जोड़ों में दर्द, बुखार

एंटी कोरोना दवा विनकोव- 19 को मंजूरी

कोरोना की लड़ाई में देश आगे बड़ा है। डीसीजीआई ने एक खास दवा के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी दी है। यह घोड़े की एंटीबॉडी इंजेक्ट करने से कोरोना मरीज को बचाने में कारगर साबित हो सकती है। विनकोव-19 नाम से बनने वाली कोरोना की यह दवा सेल्युलर और आणविक जीव विज्ञान, हैदराबाद यूनिवर्सिटी के सहयोग से जगह की दवा बनाने वाली विन्स बायोटेक बना रही है।

दूसरा डोज कब लगेगा?

कोवैक्सीन- पहला डोज लेने के 28 दिन बाद। दूसरा डोज 28 से 42 दिन के बीच ले सकते हैं। इसका असर दूसरे डोज के 14 दिन बाद ही प्रभावी होगा।

कोवीशील्ड

पहला डोज लेने के 42 बाद। दूसरा डोज 42 से 56 दिन के बीच ले सकते हैं। इसका असर दूसरे डोज के 14 दिन बाद ही प्रभावी होगा।