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क्या आपको भी ऑफिस की ड्यूटी खत्म होने और छुट्टी के दिन ऑफिशल ईमेल चेक करने की आदत है? बेहतर होगा कि आप इस आदत को बदल दें। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो इसका नतीजा आपकी सेहत को भुगतना होगा।
स्ट्रेस का जरिया है ईमेल
ऑफिशल ईमेल से जुड़कर आप ऑफिस के बारे में जानकारी रख सकते हैं लेकिन अगर इससे आपने ब्रेक नहीं लिया तो यह स्ट्रेस का जरिया बन जाएगा।
नहीं मिलता ब्रेक
ऑफिस में रहने के दौरान तमाम वजहों से किए गए मेल्स व रिप्लाई और इसके साथ आपके लगातार काम करते रहने के कारण दिमाग पर प्रेशर बना रहता है। ऐसे में अगर ऑफ के दिन या ऑफिस से जाने के बाद भी आप मेल चेक करते रहें तो इस प्रेशर से छुटकारा नहीं मिलेगा जो मेंटल और फिजिकल हेल्थ के लिए सही नहीं है।
इमोशन्स पर पड़ने लगता है असर
मेंटल प्रेशर और स्ट्रेस से ब्रेक न मिलने पर इसका असर आपके इमोशन्स पर पड़ने लगता है। ऑफिस के कामों की सोच में लगातार व्यस्त रहने पर व्यक्ति चिड़चिड़ा होता जाता है और धीरे-धीरे अपने दोस्तों और परिवार से भी कटने लगता है। इतना ही नहीं इस स्थिति में मोबाइल अडिक्शन होने के चांस भी बढ़ जाते हैं।
शरीर पर असर
मेंटल स्ट्रेस बने रहने पर सिरदर्द, कॉन्सटिपेशन, शरीर में दर्द, जल्दी-जल्दी बीमार होने जैसी शारीरिक परेशानियां होने लगती हैं। इतना ही नहीं यह याद्दाश्त को भी प्रभावित करने लगता है।
मेल न देखें तो क्या करें
जाहिर सी बात है कि ऑफिस के मेल्स से दूरी बनाए रखना कई लोगों के लिए संभव नहीं है। इस स्थिति में आप अपने ईमेल पर सेटिंग करें, जिससे आपको मेल भेजने वाले को यह मेसेज चले जाए कि आप ऑफिस से बाहर हैं या छुट्टी पर हैं। इस मेसेज में चाहे तो आप यह जोड़ सकते हैं कि यदि कोई इशू है जिसका कन्वे होना जरूरी है तो इसके लिए आपसे फोन या मेसेज के जरिए कनेक्ट हुआ जा सकता है।