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कैलिफोर्निया, आइएएनएस। एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि कोरोना वायरस (COVID-19) का आम जन-जीवन पर काफी गहरा असर पड़ रहा है। यह जिंदगियों पर भारी पड़ने के साथ ही सामान्य लोगों की मानसिक सेहत को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। लोगों में संक्रमण के खतरे और आर्थिक दशा बिगड़ने को लेकर डर का माहौल है। इसके चलते तनाव बढ़ गया है।

सेहत पर भारी पड़ रहा कोरोना, लोगों में आर्थिक दशा बिगड़ने के साथ ही बढ़ा रहा तनाव
अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता क्लेयर कैनन ने कहा कि हमारे अध्ययन का आकलन है कि हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।

अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता क्लेयर कैनन ने कहा, ‘हमारे अध्ययन का आकलन है कि हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।’ सस्टेनबिलिटी पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं की टीम ने यह निष्कर्ष 374 लोगों पर ऑनलाइन किए गए एक सर्वे के आधार पर निकाला है।

मौजूदा हालात और तनाव की स्थिति के बारे में किए सवाल

यह अध्ययन अमेरिका में गत अप्रैल में प्रारंभ होकर दस हफ्ते से ज्यादा समय तक चला था। इन प्रतिभागियों से आपदा से जुड़े उनके पूर्व के अनुभवों, कोरोना संबंधी मौजूदा हालात और तनाव की स्थिति के बारे में सवाल किए गए थे। इनसे रोजगार और नौकरी गंवाने के बारे में भी जानकारी ली गई थी।

अध्ययन के नतीजों के मुताबिक, दो-तिहाई प्रतिभागियों ने मध्यम से लेकर उच्च स्तर तक के तनाव की शिकायत की। यह जवाब देने वालों में ज्यादातर महिलाएं रहीं, जो अध्ययन की अवधि के दौरान कामकाजी थीं।

शोधकर्ताओं ने कहा कि महामारी के खत्म होने की अनिश्चितता के चलते सरकारों को ऐसे उपाय करने चाहिए, जिससे प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहे लोगों के तनाव को दूर करने में मदद मिल सके।

दुनियाभर में दो करोड़ 40 लाख से अधिक हुए कोरोना संक्रमित

वहीं, दूसरी ओर जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ( Johns Hopkins University) द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, दुनिया के सभी देशों में कोरोना के मामले 2 करोड़ 40 लाख से अधिक हो गए हैं। वहीं पूरी दुनिया में अब तक इस घातक वायरस ने 8 लाख 24 हजार से अधिक लोगों की जान ले ली है।

इन आंकड़ों के अनुसार संक्रमण के मामलों में अमेरिका पहले नंबर पर है वहीं ब्राजील और भारत क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर। चौथे नंबर पर आने वाले देश रूस में अभी संक्रमितों की संख्या 10 लाख के पार नहीं पहुंची है।