जिन स्त्रियां का रंग अत्याधिक काला होता है, यहां तक कि आंखें, बाल और जीभ भी काली होती हैं, वे स्वभाव से बहुत कोमल कही जा सकती हैं। लेकिन परिस्थितियां अनुकूल ना हों तो ये स्त्रियां काफी हद तक कठोर बन जाती हैं। काली त्वचा वाली महिलाएं काफी समर्पित होती हैं, प्रेम में वे त्याग की भावना रखती हैं और इन पर आप आंख बंद करके भरोसा कर सकते हैं।
गोरी त्वचा को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है। पहली श्रेणी, गोरा और गुलाबी जिसे हल्का पिंकिश कह सकते हैं, इस रंग वाली महिलाएं देखने में बेहद आकर्षक होती हैं। ये बहुत बुद्धिमान और पढ़ने-लिखने की शौकीन होती हैं।
दूसरी श्रेणी है पेल, यानि पीले और सफेद का मिश्रण। इस रंग वाली महिलाएं स्वभाव से विनम्र, गंभीर, धैर्यवान और वेल मैनर्ड होती हैं। जानकारों की मानें तो वे महिलाएं जो गोरी होती हैं, अपने साथी के प्रति समर्पित और बहुत सौभाग्यशाली कही जा सकती हैं। बहुत ही कम ऐसा होता है, जब इन्हें जीवन में आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़े।
जानकारों के अनुसार इस संसार में सबसे ज्यादा तादात गेहुएं रंग वाले लोगों कीहै। गेहुएं रंग को भी दो श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी, जो गोरे रंग की तरफ झुकाव रखते हों। ऐसे लोग जिनका रंग गेहुंआं होते हुए भी थोड़ा गोरा दिखता है, वे लोग मेहनती और कभी-कभार बेहद आलसी हो जाते हैं।
दूसरी श्रेणी में वो लोग आते हैं जिनका गेहुंआं रंग, ज्यादा काले की तरह दिखता है। ये लोग धैर्य और सहनशक्ति के मामले में पिछड़ जाते हैं। ये लोग अपने आसपास किसी भी प्रकार की नॉनसेंस बर्दाश्त नहीं कर पाते।
जिन महिलाओं का रंग ना तो काला और ना गोरा होता है, वे धार्मिक कार्यों में रुचि रखती हैं। ये महिलाएं गृहस्थी संभालकर रखती हैं, मांगने से ज्यादा देने में विश्वास रखती हैं। लाइफ में ज्यादा टेंशन ना लेने वाली ये महिलाएं विश्वसनीय भी होती हैं।
अब हमने आपको ये तो बता दिया कि त्वचा के रंग के आधार पर महिलाओं का स्वभाव निर्भर करता है। अब आपकी प्रेमिका या गर्लफ्रेंड का रंग क्या है, उनका रंग और व्यवहार उपरोक्त पंक्तियों के साथ कितना मेल खाता है, यह बात तो आप ही हमें बताएंगे।