इस भागदौड़, बिजी और तनाव भरे लाइफस्टाइल में लोग अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पातें। बेवक्त खाने-पीने, उठने-बैठने की आदतों के कारण शरीर कई बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाता है, जिसमें हाई-लो ब्लड प्रैशर, शुगर और हार्ट से जुड़ी समस्याएं आम सुनने को मिलती है। आज हर 5 में से 3 लोग हाई ब्लड प्रैशर या हाइपरटैंशन की चपेट में हैं।
धमनियों में खून का दबाव बढ़ जाने से दिल की धमनियों पर भी दबाव बढ़ता है और खून का दौरा तेज हो जाता है। इस स्थिति में रोगी के रक्त का दबाव 140\80 से अधिक हो जाता है, जिससे सिर चकराने, आंखों के आगे अंधेरा, घबराहट जैसी परेशानियां होने लगती हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए लोग दवाइयों का सहारा लेते हैं लेकिन कुछ घरेलू उपायों से भी इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
हाई बीपी के कारण
मसालेदार चीजों का अधिक सेवन
शराब, सिगरेट के कारण
भोजन में अधिक नमक का सेवन
जंक फूड खाना
व्यायाम न करना
मोटापा के कारण
किडनी या डायबिटीज रोग
गलत खान-पान
हाई बीपी के लक्षण
ब्लड प्रैशर बढ़ जाना
सिरदर्द और तनाव
सीने में दर्द या भारीपन
सांस लेने में तकलीफ
अचानक घबराहट
समझने या बोलने में कठिनाई
चहरे, बाजू या पैरो में सुन्नपन या झुनझुनी
कमजोरी महसूस होना
धुंधला दिखाई देना
हाई बीपी का घरेलू उपचार
1. प्याज का रस
प्याज के रस में 1 चम्मच शुद्ध देसी घी मिलाकर खाने से इस बीमारी में आराम मिलता है।
2. शहतूत
रोज 25 ग्राम शहतूत का जूस मिकाल कर सुबह पीएं। रोजाना इसका सेवन इस समस्या को दूर करने में मदद करता है।
3. दालचीनी पाउडर
आधा चम्मच दालचीनी का पाउडर को रोज सुबह गर्म पानी के साथ लें। इससे हाई-लो ब्लड प्रैशर की परेशानी खत्म हो जाएगी।
4. लौकी का रस
सुबह खाली पेट रोज लौकी रस पीने से हाई ब्लड प्रैशर की समस्या नहीं होती। इसके अलाव इससे दिल और डायबिटीज की बीमारियां भी दूर रहती है।
5. मेथी के दाने
सोने से मेथी के दानों को गर्म पानी में भिगो दें। सुबह उठकर खाली पेट इसका पानी पीने और दानें चबाने से हाई ब्लड प्रैशर दूर हो जाता है।