डेस्क रिपोर्ट: ।
रात को सोने से पहले पैंटी जरूरी उतार देना चाहिए। इससे न सिर्फ कम्फर्ट मिलता है, बल्कि कई तरह के इन्फेक्शन से भी बचाव होता है।यदि आपने सिंथेटिक अंडरवियर पहना है, तो हवा का सही रूप से आना-जाना रूक सकता है। पैंट, पजामा या स्कर्ट के नीचे पैंटी पहनना जरूरी हो जाता है। कम्फर्ट के हिसाब से और शरीर की जरूरतों के लिए भी। यह पहने जाने वाले कपड़ों को योनि से होने वाले किसी भी प्रकार के स्राव से बचाता है। यदि आपने किसी प्रकार के टाइट कपड़े पहने हैं, तो यह रगड़ और इससे होने वाले जलन से भी बचाव करता है। हमें ध्यान सिर्फ इतना रखना है कि सिंथेटिक पैंटी की बजाय कॉटन पैंटी पहनना चाहिए। पर कभी- कभी पैंटी नहीं पहनना भी जरूरी हो जाता है। खासकर रात में। कई बार रात में पैंटी पहनने से ही कई प्रकार की दिक्कतें हो जाती हैं और नहीं पहनने से उन परेशानियों से राहत मिल जाती है।
1: यह ज्यादा आरामदायक होगा
जापान ओब्स्टेट गायनेको जर्नल में हुई स्टडी बताती है कि वेजाइना को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है वेंटिलेशन। दिन भर की थकान के बाद जब आप सोने जाती हैं, तो आपको सबसे अधिक आराम की जरूरत होती है। ढीले कपड़ों में नींद अच्छी तरह आती है। अलग-अलग डिज़ाइन और ब्रांड का अंडरवियर आपके कम्फर्ट जोन में खलल पैदा कर सकता है। इससे आपको खुजली की समस्या भी हो सकती है। यदि आप ढीली पैंट, मुलायम लेगिंग, या कोई लॉन्ग पोशाक में नींद लेने जाती हैं, तो आपको साउंड स्लीप मिल सकती है।
2. सुचारू रूप से हवा की आवाजाही
यदि आपने सिंथेटिक अंडरवियर पहना है, तो हवा का सही रूप से आना-जाना रूक सकता है। जिस तरह से सांस लेने के लिए हवा जरूरी है, उसी तरह योनि क्षेत्र में भी हवा की आवाजाही जरूरी है। योनि सबसे संवेदनशील क्षेत्र है। यदि सही तरीके से हवा का आना-जाना नहीं हो पाता है, तो इससे नमी बनने लगती है। कपड़े की मौजूदगी इस समस्या को और बढ़ा सकती है। अंडरवियर नहीं पहनने से योनि क्षेत्र को अतिरिक्त गर्मी और नमी से छुटकारा मिल जाता है।
3. लाल चकत्ते और जलन नहीं होगी
एशियन पसिफ़िक ट्रॉपिकल डिजीज जर्नल के शोध आलेख के अनुसार, जब हम टाइट जींस या टाइट पजामी पहनते हैं, तो पैरों, जांघों और योनि क्षेत्र में बहुत अधिक पसीना जम जाता है। पसीना और रगड़ से स्किन पर लाल चकत्ते, घमौरियां और जलन हो सकती है। कभी कभार इसके कारण हीट रैशेस और दर्दनाक फुंसी भी हो जाती है।