कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है । चीन में इस वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 490 तक पहुंच गया है जबकि 4000 नए मामले दर्ज किए गए हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार, मरने वालों में 80 फीसदी लोग 60 साल की उम्र के हैं और 75 फीसदी लोग ऐसे हैं जो पहले ही किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं।
इसके अलावा कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से संबंधित सभी सवालों के जवाब दिए हैं
सांस की तकलीफ के साथ बहती नाक, सूखी खांसी, कफ, गले में दर्द के साथ बुखार आना कोराना वायरस के शुरुआती लक्षण हैं. कुछ लोगों में ये लक्षण और गंभीर हो सकते हैं जैसे निमोनिया या सांस लेने में दिक्कत महसूस करना।
कोराना वायरस का संक्रमण जहां फैला हैं वहां आने-जाने वालों लोग जल्दी इसकी चपेट में आ जाते हैं। चीन के अलावा दूसरे देश के वो लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं जो किसी काम के सिलसिले में यहां आए थे।
कोराना वायरस से संक्रमित व्यक्ति अगर यात्रा कर रहा है तो उस दौरान भी ये वायरस और लोगों में फैल जाता है । मरीज में कोरोना वायरस के ही लक्षण हैं या नहीं, ये पता करने के दौरान डॉक्टर्स भी इसका शिकार हो जा रहे हैं।
हालांकि कोरोना वायरस के बारे में अभी और पता किया जाना बाकी है लेकिन बुजुर्गों में और डायबिटीज, दिल के मरीजों या पहले से बीमार लोगों में कोराना वायरस के लक्षण जल्दी आ जाते हैं।
कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति जब दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आता है तो ये वायरल फैल जाता है। उदाहरण के तौर पर इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या नाक बहने के दौरान उसके आसपास कोई व्यक्ति मौजूद है तो उसमें भी कोराना वायरस का संक्रमण जा सकता है।
WHO से पहले लांसेट मेडिकल जर्नल भी कोरोना वायरस की जानकारी पर एक लेख प्रकाशित कर चुका है। कोरोना वायरस से संक्रमित चीन के 99 मरीजों के बारे में लांसेट ने बताया है कि इन सभी मरीजों में सर्दी, खांसी की शिकायत के साथ निमोनिया के भी लक्षण पाए गए हैं। इन मरीजों के फेफड़ों में पानी भरा हुआ था।
लांसेट में इस बात का भी जिक्र है कि इन सभी 99 मरीजों में पहले से कोई न कोई बीमारी थी। इस वजह से ये सभी आसानी से इस वायरस की चपेट में आ गए।
कोराना वायरस से बचने के लिए हाइजीन बनाए रखना बहुत जरूरी है। अपने आस-पास साफ सफाई का पूरा ख्याल रखें। खांसने के दौरान टिश्यू मुंह पर रखें और फिर उसे कवर्ड डस्टबिन में फेंक दें । समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें।
ये वायरस संक्रमण प्रभावित व्यक्ति के संपर्क में आने से तेजी से फैलता है । इसलिए मास्क का उपयोग करें और भीड़ भाड़ वाले स्थानों या समूह से दूरी बनाए रखें।