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नई दिल्ली। आमतौर पर वजन जंक फ़ूड खाने और वर्कआउट नहीं करने की वजह से बढ़ता है। साथ ही यह बीमारी आनुवांशिकी भी होती है। इससे छुटकारा पाने के लिए लोग कड़ी मेहनत करते हैं। इसके बावजूद उन्हें वजन कम करने में कोई खास मदद नहीं मिलती है। विशेषज्ञों की मानें तो वजन कम करने से पहले वजन संतुलित करना बेहद जरूरी है। चूंकि लोग वजन कम करने के लिए डॉयटिंग करने लगते हैं, जिसमें रोजाना भूखे-प्यासे रहते हैं। इससे वजन कम नहीं होता है, बल्कि शरीर कमजोर हो जाती है। आधुनिक समय में लोग बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए एटकिंस डाइट, Mediterranean डाइट, केटोजेनिक डाइट, वेगन डाइट, डॉक्टर दीक्षित डाइट और इंटरमिटेंट फॉस्टिंग फॉलो करते हैं। अगर आप भी बढ़ते वजन से परेशान हैं और वजन कंट्रोल करना चाहते हैं, तो डैश डाइट को अपना सकते हैं।  इसे फॉलो करने से बढ़ते वजन को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए, इसके बारे में सब कुछ जानते हैं-

हाल के दिनों में डैश डाइट बेहद पॉपुलर हुआ है। इस डाइट से न केवल वजन, बल्कि उच्च रक्तचाप को भी कंट्रोल किया जा सकता है। Harvard T.H. Chan School of Public Health की मानें तो डैश डाइट को पहली बार साल 1996 में American Heart Association की वार्ता में पेश किया गया था। इसके बाद साल 1997 में New England Journal of Medicine में डैश डाइट को पब्लिश किया गया था। एक शोध के जरिए खुलासा हुआ है कि डैश डाइट हाई बीपी के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इस शोध में 456 लोगों को शामिल किया गया था।

वजन घटाने में फायदेमंद

इस डाइट में साबुत अनाज, फल, सब्जियां, नट्स, डेयरी प्रोडक्ट्स, मछली, बीन्स आदि चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। साथ ही डैश डाइट में सोडियम यानी नमक और जंक फूड्स से परहेज अथवा बहुत कम सेवन करना पड़ता है। डैश डाइट को दो चरणों में बांटा गया है। एक चरण में रोजाना 1500 सोडियम लेने की सलाह दी जाती है। वहीं,  दूसरे चरण में 2300 तक सोडियम सेवन करने की इजाजत होती है। इससे वजन कम  करने में मदद मिलती है।