img

केशवपुर, हुब्बली स्थित नवीन पार्क निवासियों के संघ ने शुक्रवार को अपनी वार्षिक आम बैठक आयोजित की। इस दौरान संघ के अध्यक्ष और परोपकारी व्यक्ति, डॉ. च. वी.एस.वी. प्रसाद को सम्मानित किया गया। डॉ. प्रसाद को हाल ही में कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड़ से उनकी समाज सेवा के लिए डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया था। यह समारोह केवल एक औपचारिकता नहीं थी बल्कि उनके वर्षों के अथक प्रयासों और समाज के प्रति समर्पण का प्रमाण था। उनकी सेवाओं की व्यापकता और प्रभाव को देखते हुए यह सम्मान पूर्णतः जायज़ था। इस समारोह में उनके समाज सेवा के प्रति समर्पण और निस्वार्थ कार्यों पर विस्तार से चर्चा हुई, जिसने उपस्थित सभी को प्रेरणा दी। इस बैठक ने न केवल डॉ. प्रसाद के योगदान को सराहा बल्कि समुदाय की एकता और आगे मिलकर काम करने की भावना को भी मज़बूत किया।

डॉ. च. वी.एस.वी. प्रसाद: एक परोपकारी व्यक्तित्व

कोविड-19 महामारी के दौरान सेवाएँ

डॉ. प्रसाद की परोपकारिता को विनयक अकलवाड ने खास तौर पर रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि कैसे डॉ. प्रसाद ने कोविड-19 महामारी के दौरान असीमित दान और अन्य गतिविधियों के माध्यम से असंख्य परिवारों की मदद की। यह महामारी का समय बेहद कठिन था, और ऐसे समय में उनकी मदद से कई लोगों को जीवन रक्षक सहायता मिली। यह केवल आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं था, बल्कि मानसिक और भावनात्मक समर्थन भी शामिल था जो उन्होंने जरूरतमंदों को प्रदान किया। उनके इस कार्य ने न केवल प्रभावित लोगों को राहत पहुँचाई, अपितु समुदाय में एक आशा और प्रेरणा का संचार भी किया।

समाज के प्रति समर्पण और निस्वार्थ भावना

गोविंद जोशी ने डॉ. प्रसाद की निस्वार्थ सेवाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डॉ. प्रसाद सहानुभूति और दयालु स्वभाव के व्यक्ति हैं जो ज़रूरतमंद लोगों को कभी निराश नहीं करते। यह भावना ही उनकी समाज सेवा के पीछे का मुख्य प्रेरक बल है। उनकी इस निस्वार्थ भावना ने उन्हें अपने समुदाय में एक आदर्श व्यक्ति बना दिया है। उनके कार्यों से यह स्पष्ट है कि उनकी प्राथमिकता हमेशा समाज की भलाई रही है और उनका जीवन सिद्धांत ही परोपकार है।

सम्मान और भविष्य की योजनाएँ

कर्नाटक विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि

वसंत होराटी ने कहा कि डॉ. प्रसाद का व्यक्तित्व और उपलब्धियाँ दूसरों, विशेष रूप से युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। कर्नाटक विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित होने से यह स्पष्ट है कि उनका काम कितना सराहनीय है। यह सम्मान केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि उनके जीवन-कार्य की मान्यता है जो उन्होंने समाज के लिए किया है। इस उपलब्धि ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत रूप से सम्मानित किया, बल्कि पूरे समुदाय को गौरवान्वित किया।

निवासियों का सहयोग और भविष्य की परियोजनाएँ

डॉ. प्रसाद ने संघ और निवासियों को उनके निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और आगे भी परोपकारी कार्यों में सहयोग की अपेक्षा की। उनके भविष्य के लक्ष्यों में कमज़ोर वर्गों को मदद पहुंचाना, पर्यावरण संरक्षण के कार्य और सामाजिक जागरूकता पर कार्यक्रम आयोजित करना शामिल हैं। अपनी सफलता के बावजूद, उन्होंने भविष्य में और अधिक समाज सेवा करने की इच्छा जाहिर की, जिससे स्पष्ट होता है कि उनका समर्पण अटूट है। इससे अन्य लोगों के लिए एक आदर्श उत्प्रेरणा भी मिलती है।

समुदाय का समर्थन और आगे का मार्ग

नवीन पार्क निवासी संघ की भूमिका

अरविंद कलाबुर्गी, के रामाना मूर्ति, एन आर हबीब, महंतेश कुमाटागी, राजपूत, चारंटीमठ और अन्य निवासी इस बैठक में उपस्थित थे, जो समुदाय की भागीदारी और एकता को दर्शाता है। नवीन पार्क निवासी संघ की भूमिका केवल प्रशासनिक नहीं, बल्कि समाज कल्याण में महत्वपूर्ण भी रही है। इस संघ ने डॉ. प्रसाद जैसे व्यक्तित्वों को सम्मानित करके एक प्रशंसनीय उदाहरण पेश किया है। यह संघ समाज सेवा के कार्यों में डॉ. प्रसाद को लगातार सहयोग करता रहेगा और भविष्य में भी सामुदायिक विकास के लिए प्रयास करेगा।

समुदाय की भूमिका और आगे का रास्ता

यह समारोह न केवल डॉ. प्रसाद के काम की सराहना का प्रमाण था, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे एक समुदाय मिलकर सामाजिक विकास में योगदान कर सकता है। डॉ. प्रसाद का जीवन दूसरों के लिए एक प्रकाशस्तंभ है, और यह आशा है कि उनकी प्रेरणा से अधिक लोग समाज सेवा में लगेंगे। यह बैठक न केवल एक औपचारिक कार्यक्रम था, बल्कि आशा और प्रगति का संकेत भी था।

टेकअवे पॉइंट्स:

  • डॉ. च. वी.एस.वी. प्रसाद को उनकी समाज सेवा के लिए कर्नाटक विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि मिली।
  • उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान कई लोगों की मदद की।
  • उनका व्यक्तित्व और कार्य युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।
  • नवीन पार्क निवासी संघ उनके काम में सक्रिय रूप से सहयोग कर रहा है।
  • समुदाय की एकता और समाज सेवा के प्रति समर्पण को इस आयोजन में दर्शाया गया।