लाइफस्टाइल- कहते हैं पति और पत्नी(Husband wife relationship) एक दूसरे के पूरक होते हैं। यह एक दूसरे का मार्गदर्शन करते रहते हैं। जब पति कोई काम करता है तो उससे पत्नी का जीवन प्रभावित होता है। वहीं कोई भी धार्मिक अनुष्ठान बिना पति पत्नी के सम्पूर्ण नहीं हो सकता है।
आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) ने पति-पत्नी के रिश्ते को सबसे पवित्र रिश्ता बताया है। चाणक्य(According to Acharya Chanakya) का कहना है कि जब कोई काम पति करता है तो उससे पत्नी भी प्रभावित होती है। पति के कर्म पत्नी के जीवन पर अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।
आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) का कहना है कि अगर किसी का पति अधर्मी है। वह सदैव गलत मार्ग पर चलता है। लोगों का अहित करता है और पाप में लिप्त हैं। तो उसके इन कर्मों का प्रभाव व्यक्ति की पत्नी पर पड़ता है।
आचार्य चाणक्य(Acharya Chanakya) का कहना है कि पति के बुरे कर्म का फल पत्नी को मिलता है। अगर पति नकारात्मक(negativity) काम करता है तो पत्नी का जीवन खराब हो जाता है और उसके जीवन मे दुख के बादल मंडराने लगते हैं।