लाइफस्टाइल– आज समय काफी बदल गया है। परिवार के सभी लोग काम करते हैं। परिजनों की व्यस्तता का सबसे अधिक प्रभाव बच्चो पर देखने को मिल रहा है। आज दशा ऐसी है की काम के कारण माता पिता अपने बच्चो को समय नही दे पा रहे हैं।
वही एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि जो परिजन अपने बच्चो को समय नही दे पा रहे हैं। उनके बच्चे मानसिक रूप से परेशान हैं और उनका व्यवहार समय से पहले ही बदल रहा है। बच्चे का व्यवहार बदल रहा है और उसकी मानसिक दशा दिन प्रति दिन खराब हो रही है। लेकिन परिजनों को इस बात का अनुभव नही हो रहा है।
लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं बच्चो की उन आदतों के बारे में जिनसे आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका बच्चा कही मानसिक रूप से तनाव में तो नही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर आपका बच्चा छोटी छोटी बात पर रोने लगता है और उसे अपने अलावा कुछ नही दिखाई देता है। तो वह मानसिक रूप से परेशान हैं। क्योंकि जो बच्चा मानसिक रूप से परेशान होता है वह हर समय सहानुभूति चाहता है उसे लगता है सब उसके साथ रहे और जब कोई उसके साथ नही होता तो वह अकेला महसूस करता है और रोने लगता है।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है की अगर कोई खुद से बात करता है और अकेले बैठकर खुद को घण्टो देता है तो यह भी मानसिक तनाव का एक लक्षण है। अगर आपका बच्चो लोगो से दूर भगता है और उसे खुद से बातचीत करना पसदं है तो आपको सचेत रहने की आवश्यकता है।
वही अगर आप यह देख पा।रहे हैं कि आपका बच्चा कितने घण्टे सोता है तो आप उसकी मानसिक स्थिति को समझ सकते हैं। जो बच्चे मानसिक तनाव में होते हैं उन्हें नींद कम आती है और वह खुली आँखों से तरह तरह के सपने देखते रहते हैं।