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Khosta-2: दुनिया अभी कोरोना संक्रमण से जूझ ही रही है कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चमगादड़ों में SARS-CoV-2 जैसा एक नया वायरस भी पाया है। वहीं आशंका जताई जा रही है कि यह वायरस मानव के लिए कई जटिलताएं लेकर आ सकता है।
वहीं कुछ विशेषज्ञों का यह भी दावा है कि यह वायरस ना सिर्फ मनुष्यों को संक्रमित कर सकता है बल्कि वर्तमान में उपलब्ध COVID टीकों के लिए भी यह प्रतिरोधी साबित होता है।
वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के पॉल एलन स्कूल फॉर ग्लोबल हेल्थ के शोधकर्ताओं द्वारा हाल ही में किए गए एक अध्ययन में यह भी पाया गया कि SARS-CoV-2 जैसा वायरस – खोस्ता -2 (Khosta-2) मानव कोशिकाओं में प्रवेश भी कर सकता है। हालांकि यह वायरस सबसे पहले 2020 में रूस में पाया गया था। वहीं वैज्ञानिकों ने तब यह नहीं सोचा था कि यह संक्रमण इंसानों के लिए भी कोई खतरा पैदा कर सकता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि SARS-CoV-2 के ओमिक्रॉन वेरिएंट की तरह इस वायरस में ऐसे जीन नहीं हैं जो लोगों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं पर यह यह SARS-CoV-2 के जीन के साथ मिलने के बाद अपना स्वरूप बदल कर अतंक मचा सकता है।
यह नया वायरस मानव कोशिकाओं को आसानी से प्रभावित कर सकता है वहीं शोधकर्ता माइकल लेटको का कहना है कि कोविड-19 के खिलाफ टीका लगाए गए लोग वायरस के असर से अछूते नहीं रह सकते और ना ही वे लोग जो ओमिक्रोन संक्रमण से उबर चुके हैं यह सब पर हमलावर है।
खोस्ता -2 वन्यजीवों जैसे चमगादड़, पैंगोलिन, रैकून कुत्तों के जरिए फैलने वाला वायरस है। लेटको ने मीडिया को यह भी बताया, इस स्तर पर यह कहना मुश्किल है कि क्या खोस्ता -2 में महामारी या यहां तक ​​कि महामारी फैलाने की क्षमता भी है।
साथ ही वैज्ञानिकों ने चेतावनी भी दी है कि अगर खोस्ता-2 सार्स-सीओवी-2 के साथ जुड़ जाता है, तो इसके और भी संक्रामक कारक देखने को मिल सकते हैं।