राष्ट्रीय मिर्गी दिवस यानी National Epilepsy Day हर साल 18 नवंबर को मनाया जाता है। डॉक्टरों की मानें तो मिर्गी एक सामान्य न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, लेकिन बीमारी से जुड़ी गलत धारणाओं के कारण मिर्गी से पीड़ित सैकड़ों लोग सामाजिक रूप से बहिष्कृत हो जाते हैं। इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी है। यहां जानें मिर्सी से जुड़े मिथकों, बीमारी के लक्षण और बचाव के बारे में…
दूषित पानी और भोजन से होती है मिर्गी
50 प्रतिशत मरीज सर्जरी से ठीक हो सकते हैं
न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रवीण शर्मा ने बताया कि देश में करीब 1.25 करोड़ लोग मिर्गी से पीड़ित है। इनमें करीब 50% मरीज ऐसे हैं, जिनकी सर्जरी की जा सकती है। जांच और डायग्नॉसिस होने पर अमूमन 30% मरीज ही सर्जरी के लिए फिट पाए जाते हैं। कई मरीज ऐसे होते हैं, जिन्हें कई दवा के कॉम्बिनेशन देने के बाद भी मिर्गी कंट्रोल नहीं हो पाती। ऐसे मरीज सर्जरी के जरिए मिर्गी से छुटकारा पा सकते हैं।