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स्वास्थ्य: आज के समय मे हार्ट अटैक की समस्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। कई बार हमें महसूस भी नही होता और हम हार्ट अटैक का शिकार हों जाते हैं। इसके कारण कई बार हम अपनो को खो देते हैं तो कई हमारे अपने हार्ट अटैक के कारण कई बड़ी समस्याओं से जूझते है। 

आज के समय मे स्थित यह है की हार्ट अटैक से होने वाली मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है और अगर हम इसके पीछे के कारण को खोजते हैं। तो जानकारो की जुबान पर एक ही बात आती है। बेवजह का तनाव, देर रात तक जागना और पौष्टिक आहार न लेना।
बढ़ते ह्रदय घात को लेकर ह्रदय विशेषज्ञ से जब सम्वाद किया गया तो उन्होंने कहा, बीते कुछ सालों में भारत मे ह्रदयघात के मामले बढ़ते जा रहे हैं। पहले जहां एक दिन में गिने चुने केस सामने आते थे वही अब आय दिन हार्ट अटैक के कइयों केस आ जाते हैं। 
अगर हम आकलन करे तो भारत मे अब ह्रदयघात का प्रकोप सबसे अधिक युवाओं पर देंखने को मिल रहा है। भारत मे 25 फीसदी हार्ट अटैक के मामले उन युवाओं के सामने आते हैं जिनकी उम्र 40 साल से कम है। यह वास्तव में चिंता का विषय है।
अगर हम बीते दिनों में हुई रिसर्च की बात करे तो उससे यह स्पष्ट होता है कि हार्ट अटैक का कारण महज हमारी बदली हुई जीवनशैली है। आज हम ट्रेड में रहना पसदं करते हैं। हमे लगता है कि अगर हम ट्रेड में नही रह रहे हैं तो हम सोसायटी से बाहर हो जाएगे। इस ट्रेंड के कारण हम धूम्रपान करते हैं और अजीब और गरीब भोजन करते हैं। जो हमारे ह्रदय को प्रभावित करता है।
वही आज के समय मे युवाओं में तनाव बढ़ता जा रहा है। वह बेवजह की बातों से चिंतित रहते हैं। उनके मन मे अनेको सवाल उठते रहते हैं। वही उनकी दिनचर्या समय के अनुकूल नही रहती है। 
जो सीधे तौर पर नवयुवक के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और इससे ह्रदय घात की समस्या बढ़ जाती है। मधुमेह, टेंशन और मोटापा , धूम्रपान आपको हार्ट अटैक की ओर धकेलने वाले मुख्य कारक के इससे बचके रहने की आवश्यकता है।