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तेलंगाना सरकार सरकारी अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम और नियंत्रण (आईपीसी) को बेहतर बनाने के लिए कदम उठा रही है, जिसमें चिकित्सा कर्मचारियों और प्रशासनिक नेताओं की अधिक भूमिका की परिकल्पना की गई है। यह जानकारी हैदराबाद में शनिवार (5 अक्टूबर) को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण आयुक्त आर.वी. कर्णन ने दी। उन्होंने आईपीसी प्रयासों में डॉक्टरों और सुविधा प्रशासकों की सक्रिय भागीदारी के महत्व और संक्रमण नियंत्रण गतिविधियों के सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य में एक समर्पित आईपीसी बजट की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, आईपीसी रोगियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में बचने योग्य संक्रमणों को रोकने के लिए एक व्यावहारिक, साक्ष्य-आधारित दृष्टिकोण है। आईपीसी में स्वास्थ्य सेवा के सभी पहलू शामिल हैं, जिसमें हाथों की स्वच्छता, शल्य स्थल संक्रमण, इंजेक्शन सुरक्षा और एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध (एएमआर) शामिल हैं।

तेलंगाना में संक्रमण नियंत्रण कार्यक्रम

तेलंगाना सरकार द्वारा चलाए जा रहे संक्रमण नियंत्रण कार्यक्रमों ने राज्य के विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में सराहनीय परिणाम दिखाए हैं। 21 सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में आईपीसी कार्यक्रमों के कार्यान्वयन से संक्रमण दरों में कमी आई है। यह सफलता मुख्यतः चिकित्सा कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी और आईपीसी तकनीकी कार्य समूहों के गठन के कारण संभव हुई है।

आईपीसी मूल्यांकन और सुधारात्मक उपाय

अगस्त 2022 से, स्वास्थ्य विभाग ने इन 21 चयनित सुविधाओं में आईपीसी आकलन कर रहा है। इन आकलनों ने संक्रमण नियंत्रण प्रथाओं में अंतराल की पहचान करने में मदद की, जिससे सुधारात्मक उपाय, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य कर्मचारियों का परामर्श संभव हो पाया। इस प्रक्रिया से न केवल कमियों की पहचान हुई, बल्कि उन्हें दूर करने के लिए प्रभावी रणनीतियों को लागू करने का मार्ग भी प्रशस्त हुआ।

आईपीसी तकनीकी कार्य समूहों का महत्व

संक्रमण नियंत्रण प्रयासों को व्यापक बनाने के लिए, राज्य ने आईपीसी तकनीकी कार्य समूह स्थापित किए हैं। इन समूहों ने आईपीसी नीतियों, प्रक्रियाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चिकित्सा अधीक्षकों को अपने-अपने संस्थानों में संक्रमण नियंत्रण अधिकारी (आईसीओ) और संक्रमण नियंत्रण नर्स (आईसीएन) नियुक्त करने का निर्देश दिया गया था। इस कदम से संक्रमण नियंत्रण गतिविधियों का बेहतर प्रबंधन और निगरानी संभव हुई है।

आईपीसी स्कोर में सुधार और बेहतर प्रदर्शन करने वाले अस्पताल

अगस्त 2022 और मई 2024 के बीच, 21 चयनित अस्पतालों ने अपने आईपीसी स्कोर में सुधार किया, विभागीय स्कोरिंग मानदंडों के आधार पर आधारभूत स्तर से मध्यवर्ती स्तर तक प्रगति की। हाथों की स्वच्छता अनुपालन में शीर्ष प्रदर्शन करने वाली सुविधाओं की सराहना करते हुए, श्री कर्णन ने सीएचसी-पलोनचा, जिला अस्पताल-बोधन, क्षेत्रीय अस्पताल-भद्राचलम, क्षेत्रीय अस्पताल-मुलुगु और क्षेत्रीय अस्पताल-ज़हीराबाद को प्रभावी आईपीसी कार्यान्वयन के प्रमुख उदाहरणों के रूप में नामित किया। यह प्रदर्शन आईपीसी कार्यक्रमों की सफलता का प्रमाण है।

सफलता के प्रमुख कारक

इन अस्पतालों की सफलता के पीछे कई महत्वपूर्ण कारक हैं, जिसमें चिकित्सा कर्मचारियों की प्रतिबद्धता, नियमित प्रशिक्षण और प्रभावी संचार शामिल हैं। अस्पतालों ने आईपीसी प्रोटोकॉल के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए कड़े उपाय किए हैं, और निगरानी प्रणाली को लगातार बेहतर बनाया गया है ताकि कोई भी संक्रमण तुरंत संभाला जा सके।

भविष्य के लिए योजनाएँ और चुनौतियाँ

भविष्य में, तेलंगाना सरकार का लक्ष्य राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में आईपीसी मानकों को बेहतर बनाना है। इसके लिए अधिक धन आवंटन, कर्मचारियों के प्रशिक्षण और नई तकनीकों को अपनाना आवश्यक होगा। इसके साथ ही, सरकार को आईपीसी जागरूकता बढ़ाने के लिए सार्वजनिक जागरूकता अभियान चलाने की भी आवश्यकता है।

चुनौतियाँ और निरंतर सुधार

हालाँकि, कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में कुछ चुनौतियाँ भी हैं, जिसमें पर्याप्त संसाधन, कर्मचारियों की कमी और संक्रमण नियंत्रण के बारे में जागरूकता की कमी शामिल हैं। सरकार इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए लगातार काम कर रही है और आईपीसी प्रयासों में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

निष्कर्ष

तेलंगाना सरकार द्वारा उठाए गए कदम राज्य में संक्रमण नियंत्रण के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान कर रहे हैं। आईपीसी में सुधार के लिए चिकित्सा कर्मचारियों की भागीदारी, आईपीसी तकनीकी कार्य समूहों की स्थापना, और बेहतर प्रदर्शन करने वाले अस्पतालों का उदाहरण अन्य संस्थानों के लिए प्रेरणा का काम कर सकते हैं। हालाँकि, चुनौतियाँ बरक़रार हैं और उन्हें दूर करने के लिए लगातार प्रयासों की आवश्यकता है।

मुख्य बातें:

  • तेलंगाना सरकार ने सरकारी अस्पतालों में संक्रमण नियंत्रण (आईपीसी) को बेहतर बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं।
  • चिकित्सा कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी और आईपीसी तकनीकी कार्य समूहों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
  • कई अस्पतालों ने अपने आईपीसी स्कोर में सुधार किया है, जिससे संक्रमण दरों में कमी आई है।
  • भविष्य में आईपीसी मानकों में और सुधार के लिए निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है।