लाइफ– हम आज ऐसे समाज का हिस्सा हैं जहां हमें अपने जीवन में हजार कमियां दिखाई देती है और हम दूसरों के जीवन को सही मानते हैं। हमें लगता है कि हमारे सामने बैठे व्यक्ति का जीवन कितना सुखमय व्यतीत हो रहा है और ईश्वर ने हमें इस संसार के सभी दुख दे दिए हैं।
हम अपना ज्यादातर व्यक्त दूसरों के जीवन के विषय मे सोचने में व्यतीत कर देते हैं और हमारा स्वयं पर ध्यान ही नहीं जाता कि हमें अपने जीवन मे क्या करना है। आखिर हम अपनी समस्यओं से कैसे निपटें- हम आपने सुख को किस प्रकार खोजें।
व्यक्ति की दूसरों के विषय मे विचार करने की आदत एक समय आते-आते उसके लिए दुख बन जाती है और वह अपने सामने आए सभी मौकों को खो देता है और मुश्किलों से सीखने की जगह। आपने लक्ष्य से पीछे हट जाता है और दूसरों के जीवन को देखकर दुखी होता रहता है।
लेकिन जो व्यक्ति आज के समय मे वास्तिविकता को स्वीकारता है। सत्य के साथ आगे बढ़ता है और मुश्किलों से लड़ने का स्मार्थ्य रखता है। दूसरों की बातों से ज्यादा स्वयं के लक्ष्य पर।ध्यान केंद्रित करता है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करता है।
वह बुरे वक्त को अपना भाग्य नहीं। बल्कि परीक्षा मानता है और उसमें प्रथम आने के लिए प्रयास करता है। परिस्थितियों से हारता नहीं बल्कि परिस्थितियों को बदलने का साहस रखता है।
उसके लिए उनसे अधिक सुखी कोई नहीं होता और वह प्रयास किसी को नीचा दिखाने या किसी की बराबरी के लिए नहीं। अपितु आपने जीवन मे सफल बनाने में लगा रहता है। ऐसे व्यक्ति अपना इतिहास स्वयं रचते हैं। यह लोग पूरे समाज के लिए प्रेरणा बनते हैं। मुश्किलों से सीखते हैं और उस सीख से स्वयं को गढ़ते हैं।