हेल्थ– देश कोरोना के ताहिमाम से मुक्ति पा चुका है। लेकिन कोविड के दुष्प्रभावों से नही। आज दशा इतनी खराब हो गई है कि अब लोगो को अनुभूति भी नही होती है और उनको बड़ी बीमारी हो जाती है। कई लोगो का कहना है कि यह कोविड का दुष्प्रभाव है कि अब लोग ह्रदय और फेफड़ों सम्बंधित बीमारियों से जूझ रहे हैं।
वही इसी संदर्भ में एक शोध हुआ जिसमें कोविड के दुष्प्रभाव को लेकर ऐसा खुलासा किया गया है कि उसे जानने के बाद ह्रदय कांप उठेगा।
यह शोध लंदन की क्वींस मैरी यूनिवर्सिटी में हुआ है। दावा किया गया है कि जिन लोगो को कोरोना हुआ था उनकी इम्युनिटी काफी कमजोर हो गई है। ऐसे लोगो मे ह्रदय और रक्तचाप सम्बंधित बीमारी होना लाजमी है।
रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है। कि कोविड ने सभी को ह्रदय सम्बंधित बीमारियों की आग में झोंक दिया है। लेकिन इस बीमारी से ग्रसित लोग अगर कोविड संक्रमित हुए हैं तो उनमें मौत का खतरा अधिक बढ़ जाता है।
बताया गया है कि अभी हाल ही में कोविड संक्रमित हुए लोगो मे ब्लड क्लॉटिंग का खतरा 2.7 गुना ज्यादा देखा गया है।
दावा किया गया है कि गैर संक्रमितों की तुलना में कोविड संक्रमित हुए लोगो मे ब्लड क्लॉटिंग का 27.6 गुना, हार्ट फ्लेयोर का 21.6 गुना, हार्ट स्ट्रोक का 17.5 और कार्डिक अर्थिमिया का 10 गुना खतरा ज्यादा रहता है।